Mobile Addiction: रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा, Smartphone की लत से हो सकती हैं गंभीर बीमारी, खुद पर और बच्चों पर रखें कंट्रोल

Mobile Addiction
Mobile Addiction: रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा, Smartphone की लत से हो सकती हैं गंभीर बीमारी, खुद पर और बच्चों पर रखें कंट्रोल

Mobile Addiction: सरसा (दीपक त्यागी)।आज के दौर में स्मार्टफोन की लत हमारी मॉर्डन लाइफस्टाइल के लिए एक चुनौती सी बन गई हैं, जिसने हमारे आपस में जुड़ने, काम करने और आराम करने के तरीके को बदल दिया हैं। दरअसल हम हर वक्त फोन पर लगातार एक्टिव रहने के कारण इसकी कीमत हमें चुकानी पड़ती हैं, जैसे कि नींद, मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता हैं। खासकर जवान और युवा वयस्कों के बीच। बता दें कि स्मार्टफोन की लत को सार्वजनिक स्वास्थ्य महामारी कहते हैं।

स्पेन ने दिया साहसिक कदम उठान के प्रस्ताव | Mobile Addiction

बता दें कि स्पेन ने एक साहसिक कदम उठाने का प्रस्ताव दिया गया हैं, यानि देश में बिकने वाले सभी स्मार्टफोन पर सिगरेट के पैकेटों की तरह स्वास्थ्य चेतावनी अनिवार्य करना, इस कदम का उद्देश्य अत्यधिक स्क्रीन समय के जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सोच-समझकर उपयोग को प्रोत्साहित करना हैं।

हार्ट का खतरा | Mobile Addiction

वहीं जो व्यक्ति ज्यादा एक्टिव नहीं रहते और ज्यादा वक्त स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें हार्ट और स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता हैं। वजन और प्रेशर कंट्रोल में भी रहे लेकिन हार्ट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा रहता हैं। दरअसल ये रिसर्च 1990 और 1991 में पैदा हुए 14,500 के बच्चों पर किया गया हैं।

ज्यादा स्क्रीन टाइम की वजह से हो जाएगी दिल की बीमारी

रिसर्च मे पाया गया हैं कि जो बच्चे ज्यादा फोन और टैब देखते हैं, इसकी वजह से उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम होती हैं, ज्यादा वक्त फोन पर बिताते हैं, और इसकी वजह से उन्हें गंभीर इकोकार्डियोग्राफी बीमारी होती है, इसलिए फिजिलकी इनएक्टिव होते हैं।

इन बीमारियों को बढ़ जाता हैं खतरा

बता दें कि जो बच्चे फिजिकली एक्टिव नहीं रहते हैं, उन्हें काफी कम उम्र में मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज हो जाता हैं, ऐसे बच्चों में मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता हैं, ऐसे बच्चों में न्यूरोडीजेनेरेटिव की बीमारी और दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा बढ़ता हैं, आजकल के बच्चे फोन की वजह से समाज से कटते चले जा रहे हैं।

ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के नुकसान

  • कंप्यूटर विजन सिंड्रोम
  • रीढ़ की हड्डी पर गंभीर असर
  • स्किन से जुड़ी समस्याएं
  • नींद से जुड़ी समस्याएं
  • मानसिक तनाव का बढ़ना
  • आत्मविश्वास की कमी

Digital Fasting (SEED CAMPAIGN) मुहिम

वहीं आपको बता दें कि मोबाईल फोन के जरूरत से अधिक प्रयोग से रिश्तों पर पड़ रहे बुरे प्रभावों को खत्म करने के लिए पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने साध-संगत को जो 7 से 9 बजे तक मोबाईल का इस्तेमाल न करने की (SEED CAMPAIGN) –Digital Fasting मुहिम चलाई हुई है। पूज्य गुरू जी द्वारा शाम 7 बजे से 9 बजे तक 2 घंटे मोबाईल फोन बंद कर इन दो घंटों को अपने परिवारों में व्यत्तीत करने के लिए कहा गया है, जिस पर साध-संगत ने 7 से 9 बजे तक मोबाइल फोन बंद करती है। मोबाइल फोन बंद करने के कारण परिवारों में आपसी प्यार बढ़ने लगा है और बच्चे अपने माता-पिता के साथ समय बिताने लगे हैं और अपने बुजुर्गों के पास बैठकर उनकी बातें सुनने लगे हैं।

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यूनिवर्सिटी आॅफ रोचेस्टर मेडिकल सेंटर (यूएसए) की रिपोर्ट

यूनिवर्सिटी आॅफ रोचेस्टर मेडिकल सेंटर (यूएसए) की रिपोर्ट के अनुसार कई अध्ययनों से पता चला है कि स्मार्टफोन के उपयोग में थोड़ी सी कमी भी मानसिक स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। अप्रैल 2019 से नवंबर 2020 तक जर्मनी में किए गए एक अध्ययन में पता चला कि एक सप्ताह के लिए प्रति दिन एक घंटे स्मार्टफोन के उपयोग में कमी से डिप्रेशन और एंजाइटी का स्तर कम हो गया। साथ ही कम फोन यूज करने से लोगों की शारीरिक गतिविधि में भी सुधार हुआ। इसके आधार पर कहा जा सकता है कि फोन की लत हमारी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है।