गर्मी के पारे ने सभी राजनीतिक गतिविधियों पर विराम लगाया

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सांकेतिक फोटो

भाजपा की 2024 की तैयारी भी गर्मी की आगोश में आई

  • अन्य दलों के तो बुरे हालात

नोएडा (सच कहूँ/जगदीश शर्मा)। कहते हैं कि भाजपा का केंद्रीय संगठन एक ऐसा संगठन है, चाहे गर्मी हो या ठंड उसके कार्यकर्ता संगठन द्वारा आगामी चुनाव (Election) की तैयारी में लग जाते हैं। अन्य दल चाहे कांग्रेस हो या सपा, बसपा, लोकदल आम आदमी पार्टी, सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की होड़ करने की बजाय चुप्पी साधे रखते हैं।

जिन्हें उन्हें चुनाव में मुंह की खानी पड़ती है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की।

लेकिन अब तपत भरी गर्मी ने सभी राजनीतिक गतिविधियों पर विराम लगा दिया है।

गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव 20 24 की तैयारी भाजपा ने शुरू कर दी है।
यह तैयारी पूरे देश में हो रही है लेकिन नोएडा में गर्मी के चलते चुनावी गतिविधियां बिल्कुल सुनने पड़ी हैं।
यहां संगठन की बजाय मौजूदा सांसद डॉ महेश शर्मा की टीम जनपद गौतम बुद्ध नगर ही नहीं अपने पूरे लोकसभा क्षेत्र में वोट बनवाने का काम कर रही है।

अब बात करते हैं उत्तर प्रदेश की विपक्षी पार्टी सपा ने नोएडा महानगर के पद पर अध्यक्ष की नियुक्ति की है। जिसका स्वागत भी जोरदार नहीं हो पाया।

वह अब तक पुराने सपा कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिल पाए हैं। ने हीं अब तक कोई संगठन के बैनर तले कार्य कर पाए हैं ।
सपा के तो यहां पूर्व से भी बुरे हालात हैं।

कार्यकर्ताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सपा प्रमुख नोएडा में आखिर क्या चाहते हैं, जो ऐसे नेताओं को अध्यक्ष बनाकर भेज रहे हैं जिनका संगठन में कोई महत्व नहीं है।

यही हालात बसपा के हैं, हालांकि मौजूदा समय में प्रदेश में बसपा के हालात किसी से छुपी नहीं है।
लेकिन बसपा का वोट बैंक फिर से बसपा के खाते में लाया जा सकता है। बशर्ते मजबूत नेताओं को बसपा में जोड़ा जाए।
हालांकि लोकदल का तो नोएडा में वैसे ही कोई महत्व नहीं है।
अब बात करते हैं कांग्रेस की कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है।
यहां भी कांग्रेसी केवल छपास रोगी हैं।
अगर कांग्रेसी एकजुट होकर किसी भी मुद्दे को उठाएं तो कांग्रेस को नोएडा में मजबूत होने से कोई नहीं रोक सकता।
लेकिन यहां आपसी फूट के चलते कांग्रेस की नैया डूब रही है।