इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्तान में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा के मामलों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, लेकिन मीडिया द्वारा केवल सीमित मामलों को ही उजागर किया जा रहा है। यह बात एक एक रिपोर्ट में सामने आई है। सस्टेनेबल सोशल डेवलपमेंट आॅर्गनाइजेशन (एसएसडीओ) द्वारा ‘स्टेट आॅफ वायलेंस अगेंस्ट वीमेन एंड चिल्ड्रन इन पाकिस्तान: डिस्ट्रिक्ट वाइज एनालिसिस’ शीर्षक से तैयार एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई। रिपोर्ट बताती है कि 2021 में दर्ज किए गए 52,370 मामलों में से केवल 8,719 को ही मीडिया कवरेज मिला। समाचारपत्र डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इनमें से लगभग 27,273 मामले महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जुड़े हैं।
पंजाब प्रांत में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन केवल कुछ मुट्ठी भर मामले ही मीडिया द्वारा कवर किए गए थे। नेशनल प्रेस क्लब (एनपीसी) में लॉन्च के समय यह खुलासा किया गया कि द्वि-वार्षिक रूप से प्रकाशित की जाने वाली रिपोर्ट में पाकिस्तान के छह सबसे अधिक पढ़े जाने वाले समाचार पत्रों की मीडिया ट्रैकिंग के माध्यम से आंकड़े एकत्र किए गए हैं। डॉन के अनुसार, महिलाओं के अपहरण के 18,390 मामले थे, लेकिन इनमें से केवल 2,699 मामले ही मीडिया में सामने आए। इस्लामाबाद में अपहरण के 177 मामले (महिलाओं के) दर्ज किए गए, जबकि मीडिया में केवल 68 मामले दर्ज किए गए।
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