राजस्थान जितना विकास किसी भाजपा शासित राज्य में हुआ क्या ?

Jaipur News

जयपुर (सच कहूं न्यूज)। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने राजस्थान की जनता से ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देकर 13 जिलों की प्यास बुझाने का वादा किया था किन्तु उन्होंने उस वादे को भुला दिया। यही कारण है कि प्रदेश की जनता प्रधानमंत्री के वादों को गारंटी की बजाए जुमला समझती है। यह बात राज्यसभा सदस्य एवं उप नेता प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब तक जितनी भी भाजपा सरकारों ने काम किये उससे कहीं अधिक काम पिछले 5 वर्ष में गहलोत सरकार ने किये हैं। Jaipur News

केन्द्र सरकार ने लोगों पर मंहगाई और बेरोजगारी का बोझ डाला, किन्तु राजस्थान की सरकार ने जनता को मंहगाई से राहत देते हुये रोजगार की गारंटी दी है। गहलोत सरकार की दस गारंटी से प्रदेश की जनता लाभान्वित हुई है। गहलोत सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत् जो 25 लाख रूपये तक का मुफ्त ईलाज, 10 लाख रूपये मुफ्त दुर्घटना बीमा, 500 रूपये में सिलेण्डर, हर घर 100 यूनिट बिजली फ्री, किसानों को 2000 यूनिट बिजली फ्री, पशुपालकों को 40 हजार रूपये का बीमा, मनरेगा में 125 दिन का रोजगार, शहरी इंदिरा गारंटी रोजगार योजना, एक हजार रूपये न्यूनतम पेंशन, महिलाओं को मुफ्त मोबाईल, कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है, ऐसी योजनायें पूरे देश में किसी राज्य में लागू नहीं है। Jaipur News

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बतायें कि जितना कार्य राजस्थान की गहलोत सरकार ने किया है उतना किसी अन्य भाजपा शासित प्रदेश में हुआ है क्या? उन्होंने कहा कि भाजपा एक डूबता हुआ जहाज है, जिस कारण एनडीए के घटक दल छोडक़र जा रहे हैं, एआईएडीएमके ने एनडीए से प्रधानमंत्री की कार्यशैली से नाराज होकर नाता तोड़ा है। उन्होंने कहा कि एनडीए शामिल अन्य दल व नेता भी केवल देश में आचार संहिता का लगने का इंतजार कर रहे हैं उसके पश्चात् भाजपा के अनेक समर्थक दल विरोध में खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए में विघटन से तय है कि आने वाले समय में एनडीए एवं भाजपा का वोट शेयर घटेगा। लोकसभा चुनावों में भाजपा एवं एनडीए को इण्डिया गठबंधन के सामने करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा। Jaipur News

यह भी पढ़ें:– इंजेक्शन लगाने पर हुआ कुछ ऐसा कि अधेड़ ही चल बसा!