हाउडी मोदी की कामयाबी से सदमे में पाकिस्तान

#Modi, Howdy: Pakistan shocked by Modi's success

इसमें कोई दो राय नहीं है कि हाउडी मोदी इवेंट की कामयाबी से पाकिस्तान गहरे सदमे में है। भारत की विश्व बिरादरी में बढ़ती साख और प्रतिष्ठा उसे रास नहीं आ रही है। कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने के बाद से ही बौखलाया पाकिस्तान अब हाउडी मोदी से चिढ़ा हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ मंच साझा कर सारी दुनिया को एक बड़ा संदेश दिया है। मोदी ने मंच से आतंक के खिलाफ कड़े प्रहार किये। वहीं दुनिया भर में बढ़ते आंतकवाद को लेकर अपनी चिंताएं भी जाहिर की।

पीएम मोदी ने इसके साथ ही बिना नाम लिए आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को धो डाला। पीएम ने कहा कि 9/11 हो या मुंबई में 26/11 हो, उसके साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं? उन्होंने कहा कि इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है, ये वो लोग हैं, जो अशांति चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी जब पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसे वैश्विक आतंकवाद का गढ़ बताते हुए हमला कर रहे थे, उस वक्त दर्शकों में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भी मौजूद थे जो उनके भाषण के बीच में कई बार तालियां बजाते हुए दिखे। मोदी ने कहा, ‘अब वक्त आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ सबको मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। ट्रंप ने मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। आतंक के खात्मे पर उनके मनोबल के लिए भी सबको तालियां बजाकर उनका अभिवादन करना चाहिए।’

वास्तव में अमेरिका के ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाउडी मोदी कार्यक्रम की सफलता को दुनियाभर में भारत की बढ़ती ताकत का प्रतीक माना जा रहा है। इससे पाकिस्तान बौखला गया है। पड़ोसी मुल्क में इस शो को देखने के बाद वहां के मंत्री और लोग भारत और पीएम मोदी के बारे में उल्टी सीधी बाते कर रहे हैं। कार्यक्रम की सफलता से खिसियाए पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीक मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने इसे फ्लॉप बताकर अपनी भड़ास निकाली। इससे पहले चंद्रयान-2 पर भी फवाद हुसैन ने काफी विवादित ट्वीट किए थे। भारत के खिलाफ अक्सर ही विवादित ट्वीट करने वाले फवाद हुसैन ने हाउडी मोदी कार्यक्रम को असफल बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी ‘‘मोदी जनता’ का निराशाजनक शो।

ये लोग सिर्फ यही कर सकते हैं। यूएसए, कनाडा और दूसरी जगहों से लोगों को इकट्ठा कर सकते हैं. लेकिन यह दिखाता है कि पैसों से सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता। इसके साथ हुसैन ने ‘मोदी इन हायूस्टन हैशटैग का भी प्रयोग किया। वास्तव में पाकिस्तान की खिसियाट को आसानी से समझा जा सकता है। मोदी सरकार ने जब से जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 हटायी है, तब से पाकिस्तान भारत पर किसी ने किसी तरीके से अपनी खीझ और गुस्सा निकाल रहा है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर अमेरिका की मध्यस्थता से लेकर यूएन तक का दरवाजा खटखटाया। उसे थोड़ा बहुत चीन का साथ जरूर मिला, हालांकि तमाम दरवाजों से उसे निराशा ही हाथ लगी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुछ महीने पूर्व पाकिस्तान यात्रा भी सबको बखूबी याद है।

पाकिस्तान प्रधानमंत्री की यात्रा को अमेरिकी प्रशासन ने खास तवज्जो नहीं दी थी। अमेरिका पहुंचने पर एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत हुआ तो वहीं पाक पीएम इमरान खान की बेइज्जती हो गई। दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जब सऊदी के विमान से न्यूयॉर्क पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिए कोई बड़ा अमेरिकी अधिकारी मौजूद नहीं था। पाकिस्तान को शर्मिंदगी उस वक्त हुई जब इमरान के आगे रेड कार्पेट भी लगभग एक फुट का ही बिछा था। पाक मंत्री अमेरिका में मोदी के भव्य स्वागत और पाक पीएम इमरान खान को तवज्जो न मिलने से झल्ला गए। कश्मीर के मामले में अमेरिका को भारत के साथ आते देख पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने कहा, कश्मीर के मामले में अमेरिका पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। रशीद ने इस मामले में चीन को एक मात्र करीबी दोस्त बताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने हाउडी मोदी के माध्यम से कई संदेश पूरी दुनिया को दिए। जैसे, भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एक साथ मजबूती से खड़े हैं और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मामले में भारत को अमेरिका का समर्थन हासिल है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के असंतुष्ट समूहों पश्तो, ब्लोच व सिंधी कार्यकर्ता भी नरेंद्र मोदी से अपनी अस्मिताओं की चुनौती के बाबत मिले। अमेरिका पहुंचने पर पाक प्रधानमंत्री के ठंडे स्वागत के बीच अनुमान लगाना कठिन नहीं है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधी पाकिस्तानी मुहिम को अमेरिका में तरजीह नहीं मिलने वाली।

भारत और अमेरिका के बीच पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहे व्यापारिक तनाव को कम करना भी इस कार्यक्रम का उद्देश्य था। भले ही ट्रंप के लिए यह कार्यक्रम चुनाव प्रचार का हिस्सा हो, लेकिन आज अमेरिकी-भारतीय और भारतीय प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। इससे यह बात साफ हो जाती है कि भारत और भारतीयों की ताकत पूरी दुनिया में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ी है और भारतीयों व भारतीय राजनेताओं में भी अपनी बात किसी भी स्थान पर मुखरता के साथ रखने की प्रवृत्ति बढ़ी है। पाकिस्तान को यही सब रास नहीं आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाउडी मोदी कार्यक्रम में पाकिस्तान को एक नहीं 4 बड़े संदेश दिए। पहला सीमा सुरक्षा भारत के लिए महत्वपूर्ण है। दूसरा हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए। तीसरा आतंकवाद पर जोर देते हुए कहा कि हम कट्टरपंथी इस्लामिक आतंक से लड़ेंगे। इसके बाद चौथा बड़ा संदेश दिया कि संयुक्त रूप से आतंकवाद से हम ही नहीं पूरी दुनिया लड़ेगी। हाउडी मोदी शो में पीएम मोदी ने यूनाइट्स स्टेट्स की खुलकर प्रशंसा की। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर सभी उच्च अधिकारियों की मौजूदगी पर कहा कि उनकी उपस्थिति दोनों देशों की साझा, करीबी और मजबूत साझेदारी को दर्शाती है।

हाउडी मोदी की सफलता के बाद केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद येसो नाइक ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि समझने वाले के लिये इशारा ही काफी होता है। प्रधानमंत्री ने हाउडी मोदी के मंच से विश्व बिरादरी में भारत की साख को बढ़ाने का काम किया है। पाकिस्तान आज सारी दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है। भारत सरकार को पाकिस्तान से सतर्क रहना चाहिए। घबराहट, खिसियाहट और खीझ में वो भारत में अशांति फैलाने की कोशिश कर सकता है।

-राजेश माहेश्वरी

 

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