7वें पत्र में पूज्य गुरू जी ने बताए कोरोना से बचने के उपाए

सरसा (सच कहूँ डेस्क)। कोरोना महामारी के बीच पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने चिट्ठी के माध्यम से साध-संगत को जागरूक किया और लोगों को भी जागरूक करने के लिए प्रेरित किया। पूज्य गुरू जी ने कोरोना से संबंधित दो नए कार्य भी मानवता भलाई कार्यों में जोड़कर साध-संगत को मानवता की सेवा के नए अवसर भी प्रदान किए। पूज्य गुरू जी ने फरमाया-

आदरणीय,
माता जी, प्यारे बच्चों व ट्रस्ट प्रबंधक सेवादारों,
धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा
माता जी व हमारे करोड़ों प्यारे बच्चों, आप सब को ‘अवतार महीने’ व नए साल की बहुत-2 बधाईयाँ व आर्शीवाद। हम परम पिता परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि वो आपकी जायज माँग पूरी करे व आपके घरों में बरकत डाले और रूह तन में खुशियाँ भर दें।
‘‘जनवरी में आए शाह सतनाम जी, खुशियों का भरके झोला।
सबकी भरेंगे झोलियाँ पूरी, आके रू-ब-रू MSG मौला।।’’
हम परम पिता जी से आपके गुरू व पिता जी होने के नाते, आप सबके लिए यह प्रार्थना करते हैं कि इस घोर कलियुग में वो आप सबको दृढ़ यकीन, वचनों के पक्के बनाए रखें व हर परेशानी, गम, बीमारी व टैन्शन’ से बचाएं। सेवा, सुमिरन व परमार्थ के लायक आप सबको दाता जी जरूर बनाएं।
हमारे प्यारे बच्चों, हमने कोरोना की वैक्सीन ‘कोवीशील्ड’ लगवा ली है और हम चाहते हैं कि हमारे ‘करोड़ों’ बच्चे, जिन्होेंने अभी तक ‘वैक्सीन’ नहीं लगाई वो लगवा लें। इस कार्य को मानवता भलाई के 136वें कार्य के रूप में निम्न प्रण करें:-
‘‘सारे कोरोना वैक्सीन लगवाऐंगे व दूसरों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे व लगवाएंगे’’ अपने हाथ खड़े करें, नारा लगाएं, सतगुरु आपको बहुत-2 खुशियां दें। आर्शीवाद।
हम आपके गुरू परम पिता जी ने बनाएं हैं, गुरू थे, गुरू हैं और गुरू रहेंगे। गुरू रूप में आपको वचन कर रहे हैं मानना जरूर (1) हमेशा एक बनके रहें (2) ऊँच नीच जात धर्म का भेद न करें (3) निंदा ना करें ना निंदा में किसी का साथ दे (4) ‘तीन वचनों’ पर पक्के रहें (5) ईर्ष्या, नफरत व चुगली निंदा रोकें व खुद इनसे बचें (6) सेवा, सुमिरन व परहित परमार्थ करें (7) ‘अखण्ड’ सुमिरन व ‘नामचर्चा’ करते रहें तो मालिक जल्द से जल्द आपकी ‘जायज माँग’ पूरी जरूर करेंगे।
137वां कार्य:- ‘‘मास्क लगाएंगे, लगवाएंगे व जरूरतमंदों को फ्री में मास्क देंगे व 7 फुट की दूरी बनाके रखेंगे।’’ नारा, आर्शीवाद
‘‘हमारे बहुत ही प्यारे आँखों के तारे, भलाई करते हैं वो सारे।
सतनाम जी मसतान जी ऐसी कृपा करें, हो जाएं सबके वारे न्यारे।।’’
हमें हर पल हमारे प्यारे करोड़ों बच्चों का ख्याल है व उनमें ख्याल है। आशीर्वाद।
दासन दास
गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां
08-01-2022
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