एक बार फिर फरिश्ता बन पहुंचे सेवादार, मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति का बने सहारा

Welfare Work
मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति का सहारा बने डेरा सच्चा सौदा के सेवादार

संगरिया, (सुरेन्द्र जग्गा) इन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो किस (Welfare Work) धर्म-जात का है या फिर इनका जानकार या कोई अंजान। इनके दिमाग में तो पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के यही शब्द गूंजते हैं, ‘मुश्किल में फंसे लोगों की मदद करना ही सच्ची इन्सानियत है।’ जी, हाँ हम बात कर रहे हैं डेरा सच्चा सौदा के करोड़ों अनुयायियों की। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा शुरू की गई इंसानियत मुहिम के तहत एक बार फिर ब्लॉक संगरिया के डेरा श्रद्धालुओं ने दर-बदर की ठोकरे खा रहे मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति की सार संभाल कर इंसानियत की मिसाल पेश की है। (Sangria News)

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कई दिनों से भूखा, कुछ भी बताने में असमर्थ था व्यक्ति | (Welfare Work)

जानकारी के अनुसार आज ब्लॉक संगरिया के गांव जडवाला सिखान के सरपंच जगसीर सलवारा ने संगरिया के सेवादार भाईयो को सूचना दी की गांव में एक मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति घूम रहा है जिस पर सेवादार भाई पवन इन्सां व समीर इन्सां ने मौके पर जाकर उसकी संभाल की ओर उसके बारे में जानकारी लेने की कोशिश की लेकिन वह गर्मी से व्याकुल और कई दिनों से भूखा होने की वजह से कुछ भी बताने में असमर्थ था। (Welfare Work)

ऐसे में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां के सहयोग से उसे संगरिया लाया गया व उसकी सूचना पुलिस थाना में करने के बाद उसे नाम चर्चा घर रतनपुरा में लाकर उसकी कटिंग शेव बनाई नहला कर उसके कपड़े बदले। जिसके बाद उसे भरपेट भोजन खिलाया उसकी अच्छे से देखभाल के बाद उसमें आश्चर्यजनक बदलाव देखने को मिला। (Welfare Work)

कई दिनों से भूखा प्यासा दर-दर की ठोकरें खा रहा था | (Welfare Work)

हालत में सुधार आने के बाद उसने बताया कि उसका नाम जीवन टप्पो पुत्र सिल्वेस्टर टप्पो ग्राम उरू बरटोली पोस्ट तबेला थाना चैनपुर जिला गुमला झारखंड का निवासी है और बीकानेर के पास लालगढ़ में पल्लेदारी का कार्य करता था और अब अपने गांव को जा रहा था लेकिन रास्ते में पता नहीं उसके साथ क्या हुआ दिमाग ने काम करना बंद कर दिया और उसे खुद को नहीं पता चला कि वह यहां तक कैसे पहुंच गया। उसने बताया कि उसके पास कपड़ों से भरा बैग और ₹7000 नगदी भी था लेकिन अब उसके पास कुछ नहीं बचा है जो उसके पहने हुए कपड़े थे वह भी लोगों ने उतार लिए सिर्फ हाफ पेंट में पता नहीं कितने दिनों से भूखा प्यासा दर-दर की ठोकरें खा रहा था। (Rajasthan News)

अब सेवादार भाई उसके परिजनों से संपर्क करने में जुट गए हैं सोशल मीडिया और पुलिस प्रशासन की सहायता ली जा रही है इस सेवा कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां, सुरेंद्र जग्गा इन्सां, निंदी सोनी इन्सां, अमराराम इन्सां, जगजीत इन्सां, सी एल जी मेंबर अमरनाथ पेंटर,पवन इन्सां, समीर इन्सां, डा.जसपाल, चमकोर सिंह, जसवीर इन्सां जंडवाला, विनोद हांडा इन्सां व बनारसीदास जग्गा का विशेष सहयोग रहा।