छह साल बाद भीषण बाढ़ की चपेट में तमिलनाडु

पीएम मोदी ने की सीएम स्टालिन से बात, हर संभव मदद का दिया भरोसा

  • जलभराव के चलते रेल यातायात भी बुरी तरह प्रभावित
  • पीड़ितों को राहत कैंपों में भेजा, 50 से अधिक खाने के पैकेट बांटै
  • निचले इलाकों में भरा पानी

चेन्नई (एजेंसी)। छह साल बाद एक बार फिर तमिलनाडु भारी बारिश के चलते तबाही का मंजर देख रहा है। राजधानी चेन्नई समेत कई क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर जारी है। भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को भी राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। दक्षिण भारतीय राज्य के कई जिलों में हालात बहुत खराब हैं। बताया जा रहा है कि रात 2 बजे तक 81 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

वहीं बारिश जनित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। इस बीच जलभराव के कारण रेल यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चार जिलों में अगले दो दिनों के लिए स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। वहीं, थिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू और मदुरई में एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। कहा जा रहा है कि चेन्नई में 6 सालों के बाद इतनी भारी बारिश दर्ज की गई है। हालात की गंभीरता के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया।

चेन्नई में बने राहत कैंप्स

राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन के अनुसार जल भराव प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत कैंपों में रखा गया है। प्रभावित लोगों को 50 हजार से अधिक खाने के पैकेट बांटे गए हैं। उन्होंने बताया कि रास्तों से जल निकासी के लिए 500 बड़े पंप्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।

राज्य में क्या है स्थिति

मुख्यमंत्री स्टालिन ने चेन्नई, थिरुवल्लूर, चेंगलपेट और कांचीपुरम में दो दिनों तक स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है। राज्य सरकार के अनुरोध पर एनडीआरएफ की चार टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात हैं। रविवार को सीएम ने पैरंबूर बैरक रोड, ओटरी पुल और पाड़ी के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सीएम ने जानकारी दी थी कि चेन्नई और 11 अन्य जिले 20 सेमी या इससे ज्यादा बारिश से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में इतनी बारिश दर्ज नहीं गई है, लेकिन यहां भी हर समय निगरानी के आदेश दिए गए हैं।

अगले तीन दिन भारी बारिश के आसार

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार नौ नवंबर तक उत्तरी तटीय तमिलनाडु एवं दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र तथा निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, ऐसे में राज्य में कम से कम अगले तीन दिन तक व्यापक रूप से वर्षा हो सकती है। विभाग ने कहा कि उसके प्रभाव से सोमवार को चेन्नई, विल्लुपुरम और कुड्डलोर जैसे उत्तरी क्षेत्रों, मायिलदुथुरई एवं नागपट्टिनम जिलों के डेल्टा इलाकों तथा पुडुचेरी एवं करियक्कल में वर्षा होने की संभावना है।

 

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।