संस्कृति को जिंदा रखने में अह्म भूमिका निभाता है तीज का पर्व: महिलाएं

  • हरियाणा भर में हर्षोल्ला से मनाया गया तीज का पर्व

  • महिलाओं ने झूला झूल व स्वदेशी स्टॉल लगाकर मनाया तीज का पर्व

भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। त्यौहार सौहार्द एवं सामाजिक के ताने-बाने को मजबूत करने में अह्म भूमिका निभाते है। तीज पर्व भी ऐसा ही पर्व है जो कि हरियाणा प्रदेश का अनूठा पर्व है। लेकिन आज के आधुनिक युग में प्रदेश के कुछ हिस्से तक ही सिमट के रह गया है। या यूं कहा जा सकता हैं कि एक तरह से तीज त्यौहार समाप्त होते चले जा रहे हैं। भिवानी में रविवार को तीज पर्व के अवसर पर अग्रसेन महिला मंडल द्वारा भिवानी में तीज पर्व पर मेले का आयोजन किया गया। जिसमें स्वदेशी वस्तुओं की स्टाल भी लगाई गई। इस माह में महिलाओं व पुरूषों का उत्साह देखते ही बनता है।

तीज के त्यौहार पर महिलाएं सेविया बनाती है तथा लोक गीतों गाकर झूला झूलती है। तीज पर महेंदी लगाने का भी रिवाज है तथा मेहंदी लगाने को शुभ माना जाता है, लेकिन वक्त के साथ अब त्यौहार के रंग फीके पड़ने लगे हैं या यूं कहा जा सकता कि संस्कृति को जिंदा रखने के लिए ही पर्व मनाए जाते हैं। भिवानी की महिलाओं का कहना है कि आज की भागदौड़ की जिंदगी में शहरों से तीज का त्यौहार जैसे समाप्त ही हो चला है, लेकिन आने वाली पीढ़ी को ज्ञात हो कि तीज त्योहारों का क्या महत्व होता है। इस संस्कृति को जिंदा रखने के लिए ही आजकल त्यौहार मनाए जा रहे हैं।

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