देश पर बेटा कुर्बान करने वाला परिवार खा रहा दर-दर की ठोकरें

Martyr Bhupendra Chauhan

शहीद परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी का इंतजार

चरखी दादरी (सच कहूँ न्यूज)। देश की सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिक का परिवार आठ माह से आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, लेकिन उन्हें कोई न्याय नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि सितंबर 2020 में जिला के गांव बास (रानीला) निवासी 23 वर्षीय भूपेंद्र चौहान देश की सीमा पर लड़ते हुए शहीद हो गए थे। उस समय कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने शहीद के घर पहुंचकर परिवार को सरकार की घोषणा के अनुरूप 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी व गांव में शहीद स्मारक बनवाने की घोषणा की थी।

सरकार की घोषणा को आठ माह गुजर गए हैं, लेकिन उनको सरकार की ओर से मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है। शहीद परिवार के सदस्य पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान से मिले और सरकार की घोषणा अनुरूप योजनाओं का लाभ दिलवाने की मांग की। शहीद भूपेंद्र चौहान के पिता मलखान सिंह ने पूर्व मंत्री को बताया कि वे लगातार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। सांगवान ने इस संबंध में कृषि मंत्री जे.पी. दलाल से बात करके लाभ दिलवाने का आश्वासन दिया।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।