जानें, डेल्टा प्लस वैरिएंट से कैसे कर सकते हैं बचाव

Delta Plus Variant

नई दिल्ली (सच कहूँ डेस्क)। देश में अभी कोरोना की दूसरी लहर थमी नहीं है उधर डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले आने से हेल्थ डिपार्टमेंट में चिंता बढ़ गई है। यह मामला भारत के उत्तर पूर्वी में आया है। इसके स्पेशलिस्ट का कहना है कि नए वैरिएंट के संक्रमण पर वैक्सीन भी बेअसर हो सकती है। इससे बचाव के लिए सावधानी ही एक मात्र उपाए है। रिपोर्ट के अनुसार, हेल्थ कार्यालय ने अभी तक कोई तैयारी शुरू नहीं की है। हालांकि उनका दावा है कि तीसरी लहर से निपटने के लिए सारे इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।

क्या हैं कप्पा वेरिएंट के लक्षण?

2000 died of coronavirus in last 24 hours in America - sach kahoon

विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के कप्पा वेरिएंट से पीड़ित लोगों में खांसी, बुखार, गले में खराश जैसे प्राइमरी लक्षण दिखाई दे सकते हैं। वहीं, माइल्ड और गंभीर लक्षण कोरोनावायरस के अन्य म्यूटेंट्स के लक्षण की ही तरह होंगे। इस वैरिएंट को लेकर अभी शोध हो रहे हैं लिहाजा अभी इससे जुड़ी कई जानकारी सामने आ सकती है।

क्या हैं डेल्टा प्लस

डेल्टा वैरिएंट ही वह वजह है जिसके चलते भारत में कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर आई थी। कोविड-19 का ये वेरिएंट पहली बार भारत में ही मिला था। इसी से भारत में कोरोना के दौरान सबसे ज्यादा मौतें हुईं हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो डेल्टा वेरिएंट का संक्रमण काफी तेजी से फैलता है। साथ ही ऐसे में मरीजों में कोरोना के गंभीर लक्षण दिखते हैं। इस वक्त ब्रिटेन और इजराइल में इसी वेरिएंट के चलते कोरोना के नए केस में तेजी से इजाफा हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक इजराइल में कोरोना के 90 फीसदी केस इसी वेरिएंट के हैं। ये स्थिति तब है जब वहां 50 फीसदी लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है। कोरोना का ये एक अन्य वेरिएंट डेल्टा में ही म्यूटेशन के बाद देखने को मिला है।

डेल्टा प्लस वैरिएंट के प्रमुख सिम्पटंस

Coronavirus

  • खांसी, बुखार, जुकाम
  • त्वचा पर चकत्ते पड़ना
  • गले में खराश
  • टेस्ट और स्मेल ना आना
  • दस्त लगना
  • पैर की अंगुलियों का रंग बदलना
  • सीने में दर्द, सिरदर्द
  • सांस लेने में परेशानी

तो इसलिए खतरनाक है डेल्टा प्लस वैरिएंट?

हेल्थ मिनिस्ट्री और डब्ल्यूएचओ ने डेल्टा प्लस को वैरिएंट आॅफ कंसर्न भी घोषित किया है। किसी भी म्यूटेशन को वैरिएंट आॅफ कंसर्न तब कहा जाता है जब उसमें ये बातें सामने आएं।

  • वायरस की संक्रमण क्षमता ज्यादा हो और वो एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल जाए।
  • अगर म्यूटेशन वायरस की एंटीबॉडी की क्षमता को कम कर दे।
  • यह म्यूटेशन उपचार और वैक्सीन के असर को कम करने में भी सक्षम हो।
  • जांच के बाद भी आसानी से पहचान में नहीं आएं।

ऐसे करें कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचाव

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  • घर से बाहर निकलते समय डबल मास्क पहनें। अतिआवश्यक काम होने पर घर से बाहर जाएं।
  • हाथों को बार-बार अच्छी तरह साबुन से धोएं और किसी भी चीज को छूने से पहले जरूर सेनेटाइज करें।
  • सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और कम से कम छह फीट की दूरी बना कर रखें।
  • घर की चीजों और आसपास की जगहों को साफ-सुधरा रखें और डिसइंफेक्ट करते रहें।
  • बाहर से आने वाले सभी सामान को पहले डिसइंफेक्ट करें और फिर घर में लाएं।

गाजियाबाद में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 3 संदिग्ध मरीज मिले

गाजियाबाद जिले में हाल ही में तीन कोरोना संक्रमितों में गंभीर लक्षण सामने आए हैं, जो डेल्टा प्लस वैरिएंट से मिलते-जुलते हैं। तीनों मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। मई माह के अंत में दूसरी लहर थम गई थी। इसके बाद से ही तीसरी लहर को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।

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