पंजाब में जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा बढ़कर 86

The number of deaths due to poisonous liquor in Punjab has increased to 86

भाजपा ने करार दिया ‘हत्याकांड’

  • मुख्यमंत्री को ठहराया जा रहा है जिम्मेदार
  • एक्साइज विभाग को खुद देखते है सीएम अमरिंदर
  •  स्पेशल जांच टीम से संतुष्ट नहीं भाजपा, हाई कोर्ट के सीटिंग जज से जांच करवाने की मांग
अश्वनी चावला चंडीगढ़। पंजाब में नकली शराब से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ कर 86 तक पहुंच गया है और अभी भी कुछ लोग सरकारी हस्पतालों में उपचाराधीन हैं और कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिस कारण मौतों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। नकली शराब से लगातार हो रही मौत को लेकर अब पंजाब में राजनीति भी शुरू हो गई है। जहां एक तरफ कांग्रेस इस पूरे मामले में कुछ भी ज्यादा कहने से कतरा रही है तो दूसरी तरफ भाजपा ने सख्त तेवर दिखाते हुए कांग्रेस सरकार पर हमले शुरू कर दिए हैं। भाजपा ने तो नकली शराब से हुई मौतों को ‘हत्याकांड’ का नाम दे दिया है, क्योंकि पंजाब सरकार के पास शिकायतें आने के बावजूद भी इस मामले पर कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते ही इतने लोग मौत के मुंह में चले गए हैं। भाजपा के केंद्रीय नेता तरुण चुघ ने तो इस पूरे मामले पर जांच कर रही स्पेशल जांच टीम को नकारते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच करवाने की मांग कर डाली है, उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि पंजाब पुलिस इस पूरे हत्याकांड को लेकर उन लोगों तक नहीं पहुंचेगी, जो कि पूरे मामले के किंगपिन हैं, बल्कि इस पूरे मामले में बड़े स्तर पर पुलिस अधिकारी भी दोषी पाए जा सकते हैं। परंतु स्पेशल जांच टीम ऐसा कुछ भी नहीं करने की कोशिश करेगी, जिसके चलते ही हाईकोर्ट के सीटिंग जस्टिस से जांच होना जरूरी है। विपक्षी पार्टियों ने तो इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को घेरते हुए उनसे इस्तीफे की भी मांग कर डाली है, क्योंकि एक्साइज विभाग को खुद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ही देखते हैं और इस समय एक्साइज विभाग की सबसे बड़ी गैर जिम्मेदाराना हरकत के चलते ही 62 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है। ऐसे में मुख्यमंत्री अमरिदर से इस्तीफा तक मांगा जा रहा है।

सुखबीर बादल पहुंचे तरनतारन, हस्पताल का दौरा पर पूछा पीड़ितों का हाल

नकली शराब पीकर गंभीर रूप से बीमार हुए लोगों का हाल-चाल पूछने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री व शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने तरनतारन सिविल हस्पताल का दौरा भी किया। जहां पर सुखबीर बादल ने इस पूरे मामले को लेकर पंजाब सरकार को जमकर घेरा तो हस्पताल में इलाज करवा रहे पीड़ितों के लिए मुआवजा देने की भी सरकार से मांग की। सुखबीर बादल ने इस पूरे मामले में दोषी लोगों व पुलिस अधिकारियों सहित राजनीतिक नेताओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

पुलिस की छापेमारी जारी, कुछ भी बताने से बच रही है पुलिस

पंजाब पुलिस की तरनतारन, अमृतसर व आसपास के कई जिलों में लगातार बीती रात से ही छापेमारी जारी है। इस मामले में कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है, परंतु इस पूरे मामले की जानकारी देने से अभी पुलिस बच रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस किसी भी तरह का कोई भी खतरा मोल लेते हुए जानकारी को लीक नहीं करना चाहती है, क्योंकि इससे अन्य दोषियों को गिरफ्तार करने में मुश्किल हो सकती है।

घरों में बनती थी नकली शराब, महिलाएं भी कारोबार में शामिल

तरनतारन के कई गांव में नकली शराब किसी फैक्ट्री में बनने की जगह घरों में ही तैयार की जा रही थी। यहां पर हैरानी वाली बात यह है नकली शराब के कारोबार में महिलाएं भी शामिल थी, जो कि घर में शराब तैयार करते हुए बेचने तक का कार्य करती थी। अभी तक इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा भी दो महिलाओं को काबू किया गया है और आगे भी गिरफ्तार होने वाले दोषियों में महिलाएं शामिल हो सकती हैं।

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