पहली बार सफाई महा अभियान में हिस्सा लेने वाले भी साध-संगत के जज्बे को देखकर हो उठे गदगद

Cleanliness Campaign

गुरूग्राम(सच कहूँ/रवि गुरमा ,जीवन धर्मगढ़)। आज गुरूग्राम में चलाए गए सफाई महा अभियान ‘हो पृथ्वी साफ, मिटे रोग अभिशाप’ के अंतर्गत जहां लाखों की तादाद में साध-संगत इस नगर को साफ करने के लिए पहुँची। वहीं ही नये नौजवान लड़के-लड़कियों ने भी इस सफाई अभियान में हिस्सा लिया। सफाई महा अभियान में हिस्सा लेने उपरांत नये नौजवानों ने पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां धन्यवाद किया और साध-संगत के जजबे को सलाम किया। आज के दौर में जहां नौजवान लड़के-लड़कियाँ नशों की दलदल में धँस रहे है, वहीं ऐसे नौजवान जो अपने पीरो मुर्शिद-ए-कामिल की उस धरती को सजदा करने के लिए पहुँचे, जहां उन्होंने अपनी फरलो दौरान 21 दिन व्यतीत किये। उनकी तरफ से अपने हाथों में झाड़ू उठाकर उस धरती को साफ करने का बीड़ा उठाया गया। ऐसे ही युवाओं ने ‘सच कहूँ’ के साथ विशेष बातचीत दौरान अपने विचार प्रकट किये।

पेश हैं उनसे बातचीत के कुछ विशेष अंश:-

गुरप्रीत कौर बेटी रामकरण इन्सां गांव सलेमगढ़ ब्लॉक मूनक जो कि बीऐड की पढ़ाई कर रही है, का कहना है कि पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते साध-संगत में सेवा का जज्बा बेमिसाल है। जिस कारण हम भी साध-संगत के साथ पहली बार सफाई अभियान पर गुरुग्राम पहुँचे हैं, उन्होंने बताया कि आज हमें बीस सालों से पड़ी गन्दगी की सफाई करके भी खुशबू आ रही है, यह सब पूज्य गुरू जी की रहमत से ही संभव हुआ है।

रविन्द्र सिंह पुत्र भान सिंह गाँव भुल्लरहेढ़ी ब्लॉक बलवान ने कहा कि करोड़ों की संख्या में साध-संगत से प्रेरित होकर मैंने पहली बार गुरुग्राम में सफाई महा अभियान की सेवा पर पहुँचकर अपना योगदान दिया है। रविन्द्र ने कहा कि आज साध-संगत को सफाई करते देख महसूस हुआ कि हमें हमेशा अपने आसपास की साफ-सफाई रखनी चाहिए, जिससे हमारा जीवन स्वस्थ बन सके।

डिम्पल रानी पत्नी माइकल गर्ग का कहना है कि मैंने पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के अनमोल वचन सुने हैं कि सफाई महा अभियान की सेवा दौरान भयानक से भयानक ला इलाज रोग कट जाते हैं। इन्हीं वचनों के अंतर्गत मैं आज अपने बेटे को बीमार को ही घर छोड़ कर सफाई महा अभियान गुरूग्राम में पहुँची हूँ, अपने मुर्शिद-ए-कामिल पर दृढ़ विश्वास है कि करोड़ों की तादाद में साध-संगत बीमारियां से निजात पा रही है।

राजेश कुमार पुत्र वासदेव दिढ़बा का कहना है कि मुझे पीरो मुर्शिद-ए-कामिल पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की तरफ से चलाए जा रहे मानवता भलाई के 138 कार्यों के अंतर्गत सफाई महा अभियान का इन्तजार लम्बे समय से ही था, उन्होंने बताया कि मैंने सन् 2016 में पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से नाम की अनमोल दात प्राप्त की थी, गुरूग्राम का मेरा पहला सफाई महा अभियान है, सो मैं खुशी-खुशी सेवा करने पहुंचा हूँ। अब मैं आगे से भी जहां सफाई अभियान होगा, वहां जरूर जाऊँगा।

हरदीप कौर पत्नी गुरसंत सिंह गांव भिंडरा ब्लॉक बलवान का कहना है कि मैं लाखों की तादाद में एकत्रित साध-संगत की तरफ से चलाए जा रहे सफाई महा अभियान को देखना चाहती थी जो आज यहां आकर देखा है। अपने मुर्शिद-ए-कामिल से अनगिनत खुशियां प्राप्त करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि मुझे जिंदगी में पहली बार सफाई महा अभियान गुरूग्राम में सेवा करने का मौका मिला है, उन्होंने कहा कि पूज्य गुरू जी की ओर से चलाए जा रहे 138 मानवता भलाई के कार्य कर साध-संगत अपनी झोलियां भर रही है।

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