एक बार धूल के गुबार ने लोगों को डरा ही दिया था, अब लौटे ट्विन टावर के पास रहने वाले वासी

सुरक्षित रूप से संपन्न हुआ ट्विन टावर का ध्वस्तीकरण : प्राधिकरण

गौतमबुद्धनगर (सच कहूँ न्यूज)। उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर 93ए स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर के निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायतें सही पाये जाने पर उच्चतम न्यायालय के आदेश पर रविवार को नोएडा विकास प्राधिकरण की निगरानी में दोनों टावर को सुरक्षित रूप से ध्वस्त कर दिया गया। प्राधिकरण की ओर से जारी बयान के अनुसार पिछले साल 31 अगस्त को पारित उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार ट्विन टावर्स को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निर्देशन में नोएडा प्राधिकरण द्वारा रविवार को दोपहर 02:30 बजे मुम्बई की कंपनी एडिफाईस इंजीनियरिंग तथा साउथ अफ्रीका की जेट डिमॉलिशन एजेंसी के माध्यम से सुरक्षित रूप से ध्वस्त कर दिया गया।

Noida Twin Tower

बयान के अनुसार ट्विन टावर्स को बारूद से ध्वस्त करने के लिये रिमोट कंट्रोल का बटन दबाने का काम एडिफाईस इंजीनियरिंग की पांच सदस्यीय टीम ने किया। बटन दबाये जाते समय एक पुलिसकर्मी भी उपस्थित थे। वहीं ट्विन टावर के पास के रहने वाले लोगों को कर्इं घटों तक बाहर रहना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद 6 घंटे बाद अपने घरों को लौटे।

धूल को साफ करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया

बटन दबाने के 15 मिनट के बाद एडिफाईस इंजीनियरिंग द्वारा यह घोषणा की गयी कि ध्वस्तीकरण सुरक्षित रूप से पूर्ण कर लिया गया है। इसके उपरान्त प्राधिकरण की सभी टीमें हरकत में आ गयीं तथा ध्वस्तीकरण के फलस्वरूप उत्पन्न हुई धूल को साफ करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया। सम्पूर्ण ध्वस्तीकरण प्रक्रिया में 10 सेकेण्ड से भी कम समय लगा। प्राधिकरण द्वारा पहले से ही सुरक्षित ध्वस्तीकरण की तैयारी की गयी थी। ध्वस्तीकरण के पश्चात प्रभावित सड़कों व आसपास की सोसाइटी में लगभग 100 वाटर टैंकर, 22 एन्टी स्मॉग गन, 106 स्वीपिंग मशीन, 20 ट्रैक्टर-ट्रॉली तथा हैल्थ विभाग एवं उद्यान विभाग के लगभग 500 कर्मचारियों को तैनात किया गया था।

सड़को पर जमी धूल को साफ करने के लिए प्राधिकरण द्वारा टैकर्स का प्रयोग किया गया। स्वीपिंग मशीन का प्रयोग करके सड़कों को साफ किया गया। ध्वस्तीकरण के उपरान्त ही स्मॉग गन वाटर स्प्रिंकलर से छिड़काव किया गया। प्राधिकरण ने बताया कि वॉटर टैंकर, स्वीपिंग मशीन एवं सफाई कर्मचारियों द्वारा सड़क की सफाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। ध्वस्तीकरण के समय नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर एक घंटे के लिये रोके गये यातायात को फिर से सुचारु कर दिया गया। ट्विन टॉवर्स के नजदीक स्थित रिहायशी कालोनी एमरल्ड कोर्ट तथा एटीएस विलेज में भी सफाई का कार्य किया गया।

नोएडा में भ्रष्टाचार की इमारत जमींदोज : एसीएस अवस्थी

उत्तर प्रदेश के नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावर्स के निर्माण में भ्रष्टाचार साबित होने के बाद उच्चतम न्यायालय के आदेश पर रविवार को दोनों इमारतों को जमींदोज किये जाने के बाद राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी। ट्विन टावर्स को ढहाये जाने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी कर रहे अवस्थी ने इस पूरी कवायद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ध्वस्त की गयी इमारतों को भ्रष्टाचार का प्रतीक करार दिया। उन्होंने कहा, ‘नोएडा में भ्रष्टाचार की इमारत जमींदोज हुयी। प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन जारी रहेगा।

क्या था मामला

गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने अग्रणी भवन निर्माण कंपनी सुपरटेक द्वारा नोएडा विकास प्राधिकरण के आला अधिकारियों की मिलीभगत से नियमों को ताक पर रखकर ट्विन टावर्स के निर्माण को अवैध करार देते हुए पिछले साल 31 अगस्त को धराशायी करने का आदेश दिया था। अवस्थी ने कहा कि पहली बार इतने बड़े निर्माण कार्य को भ्रष्टाचार की शिकायतों के कारण गिराया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने शीर्ष अदालत के आदेश का पालन किया। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषी पाये गये अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि इस मामले की अदालती के आदेश पर हुयी उच्च स्तरीय जांच में नोएडा विकास प्राधिकरण के 26 अधिकारियों को ट्विन टावर्स के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार में शामिल होने का दोषी पाया गया। इस मामले में 26 अधिकारियों के अलावा सुपरटेक कंपनी के चार निदेशक और दो आर्किटेक्ट को भी भ्रष्टाचार में शामिल पाया गया। सरकार का कहना है कि इस मामले में भ्रष्टाचार के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।

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