केवल पांच दिन का बचा वैक्सीन स्टॉक, केंद्र से सप्लाई की मांग

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वैक्सीन की कमी को लेकर मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने केंद्र सरकार को लिखा पत्र

(सच कहूँ/अश्वनी चावला)। चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना वैक्सीन की कमी होने लगी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि वर्तमान में 85 से 90 हजार लोगों को एक दिन में टीकाकरण हो रहा है। इस हिसाब से केवल 5 दिन (5.7 लाख कोविड वैक्सीन खुराक) बची है। यदि राज्य को एक दिन में दो लाख लोगों को टीका लगाने का अपना लक्ष्य पूरा करना है तो यह स्टॉक केवल तीन दिन ही चलेगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र से आग्रह किया है कि राज्यों के लिए वैक्सीन की फ्रेश सप्लाई जारी की जाए। कैप्टन ने कहा कि उन्होंने वैक्सीन की सप्लाई को लेकर प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखे हैं।

एक दिन में 85 हजार से 90 हजार लोगों को टीका लगाया जा रहा 

कोविड की स्थिति को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ विचार-विमर्श के लिए बुलाई गई वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति केवल पांच दिन के लिए बची है इसलिये राज्य को इसकी आपूर्ति जल्द भेजी जाये क्योंकि टीकाकरण मुहिम प्रभावित हो रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केन्द्र से आग्रह किया कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक दिन में 85 हजार से 90 हजार लोगों को टीका लगाया जा रहा है। राज्य के पास केवल पाँच दिन की सप्लाई बची है। उन्होंने केंद्र सरकार से पुष्ट किए गए सप्लाई आॅर्डरों के हिसाब से अगली तिमाही के लिए राज्यों के साथ वैक्सीन की सप्लाई का कार्यक्रम साझा किये जाने की अपील की।

किसान आंदोलन से प्रभावित हैं आम लोग: कैप्टन सिंह ने बताया कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर भारत सरकार के खिलाफ बढ़ रहे गुस्से के कारण अभी बड़ी संख्या में लोग टीकाकरण के लिए सामने नहीं आ रहे। आम जनता भी किसान आंदोलन से प्रभावित है। यह गुस्सा टीकाकरण मुहिम पर प्रभाव डाल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार टीकाकरण के खिलाफ गलत धारणाओं को दूर करने के लिये व्यापक स्तर पर मीडिया मुहिम चला रही है। कोरोना के मामलों में इस समय मुल्क में पंजाब 18वें स्थान पर है और पिछले 15 दिनों से प्रतिदिन 3000 मामलों की औसत के मुताबिक 8 प्रतिशत पॉजिटिविटी दिखाई जा रही है। मामलों की संख्या में थोड़ी सी स्थिरता आई है, जिससे पता लगता है कि पिछले तीन सप्ताहों में सही दिशा में कदम उठाए गए हैं। राज्य में इस समय पर 27,200 सक्रिय केस हैं और

रिकवरी दर 87.1 प्रतिशत है।

 हेल्थ वर्करों के कर रहे साप्ताहिक टेस्ट: अभी तक कोविड वैक्सीन न लेने वाले हैल्थवर्करों की आम सुरक्षा के लिए साप्ताहिक टैस्ट किए जा रहे हैं। राज्य में ट्रेसिंग बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि उपायुक्तों को टेस्टिंग बढ़ाने के लिए सभी विभागों में मौजूद स्टाफ का सहयोग लेने को कहा है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य में कोविड के मरीजों को समय पर सही इलाज मुहैया करवाने और उचित संख्या में बैड, दवाएँ और रैमडिजविर इंजैक्शन आदि की व्यवस्था की गई है। कोविड पर काबू पाने और प्रबंधन के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, जैसे कि हमने पिछले साल किया था।

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