वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाला : एक और फरार आरोपी एजेंट को गिरफ्तार

Yamunanagar
बायोमेट्रिक जांच ने खोला राज, मुन्नाभाई समेत तीन गिरफ्तार सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में मोटर वाहन निरीक्षक, जालंधर नरेश कलेर के साथ सांठगांठ करने वाले एक और फरार आरोपी एजेंट वरिंदर सिंह दीपू को गिरफ्तार किया है। ब्यूरो के प्रवक्ता ने बुधवार को यहां बताया कि दीपू का मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया गया है, जिसे इस घोटाले के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए डेटा विशेषज्ञों को भेजा जाएगा।

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क्या है मामला

ब्यूरो ने अगस्त में एमवीआई, जालंधर के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था और निजी एजेंटों के साथ मिलीभगत कर बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक और निजी वाहनों का निरीक्षण किए बिना फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के एक संगठित भ्रष्टाचार का पदार्फाश किया था। इस मामले में अब तक कुल नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह, हरविंदर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की और अरविंद कुमार उर्फ बिंदू (सभी निजी एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे की जांच चल रही है और शेष फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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