प्रदेश भर में किसानों ने वित्त मंत्री के पुतले फूंके

Villagers, Protest, Manpreet Badal, Farmers, Raised, Strike, Punjab

किसानों की तुलना भिखारियों से करने पर सड़कों पर उतरे किसान

  • किसान नेता बोले, माफी मांगें मनप्रीत बादल

फरीदकोट (सच कहूँ न्यूज)। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर ब्लाक फरीदकोट की ओर से खजाना मंत्री की ओर से दिए गए बयान से खफा होते हुए अपना रोष जाहिर करते हुए गांव गोलेवाला, सुखनवाला,पीपली व कोटसुखिया में लोगों ने मनप्रीत सिंह बादल का पुतला फूंक कर नारेबाजी की।

रोष प्रदर्शन के दौरान पंजाब प्रधान जगजीत सिंह मेजर सिंह, केवल सिंह, नछिंतर सिंह, हरजिंदर सिंह, गुरराम सिंह ने कहा कि पंजाब के खजाना मंत्री मनप्रीत सिंह बादल की ओर से दिए गए बयान जिसमें उन्होंने किसानों को भिखारी कहा कि उसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। उन्होने कहा कि किसान भिखारी नहीं है बल्कि वह अन्नदाता है जो पूरे देश का पेट भरते है। किसान सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं न कि भीख।

तलवंडी साबो में भी भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के ब्लाक प्रधान गंगा सिंह की अगुवाई में तलवंडी साबो के गांव चट्ठेवाल और जीवन सिंह वाला में मनप्रीत बादल की अर्थियां जलाई गई और मनप्रीत बादल के खिलाफ नारेबाजी की गई। नेताओं ने बताया कि किसानों की वोटों से सरकार बनाने वाली कांग्रेस सरकार का मंत्री अब देश के अन्नदाता किसान की तुलना भिखारी से कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि खुद भिखारियों की तरफ वोट मांगने वाले मनप्रीत बादल को पहले अपनी ओर देखना चाहिए।

सरदूलगढ़-मानसा रोड किया जाम

भिखारी कहने पर किसान यूनियन गुस्से में है। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर ने सरदूलगढ़ मानसा सिरसा सड़क पर रोष प्रदर्शन करते सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बस अड्डा पर वित्त मंत्री की अर्थी फूंक कर रोष प्रगट किया।

इस मौके पर यूनियन के जिला प्रधान मलूक सिंह हीरके ने कहा कि बादल ने विधान सभा में किसानों को भिखारी कहना निंदनीय है, उन्होंने कहा कि किसान परेशानी बर्दाश्त कर लोगों के लिए अनाज पैदा करता है, वही किसान आज सरकार की गलत नीतियों के चलते आर्थिक तंगी के साथ जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि किसान को फसल का सही मूल्य नहीं मिल रहा।

किसान अगर अपनी जायज मांगों को सरकार से मांगता है तो कांग्रेस का खजाना मंत्री किसानों को भिखारी बताता है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अपने किसानों के प्रति बोले गए शब्दों को वापिस ले और किसानों से माफी मांगें।

किसान नेताओं ने कहा कि वह अपना हक लेने के लिए यूनियन व भारत की 66 जत्थेबंदियां 4 जुलाई से 9 अगस्त तक नीति आयोग दिल्ली के दफ्तर आगे धरना लगा कर अपना रोश प्रदर्शन करेंगे और उनका धरना लगातार ही जारी रहेगा।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।