आनर किलिंग पर सरकारें चुप क्यों?

honor killing,

पंजाब के मानसा में अपनी मर्जी से विवाह करवाने वाले युवक को ‘आॅनर किलिंग’ के चलते मौत के घाट उतार दिये जाने की घटना 21वीं सदी में सुसभ्य समाज के लिए बेहद चिंताजनक है। घटना के बाद जिस तरह से राजनीति, सरकार व समाज में चुप्पी है, वह और भी गंभीर है। सरकार के किसी भी अधिकारी या किसी भी मंत्री की टिप्पणी इस पर नजर नहीं आई। इस मामले पर कुछ इस तरह से चुप्पी साधी हुई है, जैसे सामाजिक मामले की किसी की कोई जिम्मेवारी ही नहीं। सरकारों ने अंतरजातीय विवाहों को उत्साहित करने के लिए वित्तीय पुरूस्कार तय किए हैं, लेकिन हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कोई सुरक्षात्मक पहल नहीं।

 ऐसी घटनाएं पहले भी कई बार घट चुकी हैं व भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं घटेंगी इसका भी कोई ठोस जवाब नहीं। सरकारी मूड शायद आगे भी चुप रहने वाला है। अगर सरकार अंतरजातीय खासकर अनुसूचित जाति के लड़कों के विवाहों द्वारा सामाजिक बदलाव चाहती है तब हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए पहले इस बदलाव के लिए समाज को तैयार करने की आवश्यकता है, जिस संबंधी सरकारों ने कुछ खास नहीं किया। इस तरह की ही घटनाएं हरियाणा, उत्तरप्रदेश व राजस्थान में घटित हो चुकी हैं, जब खाप पंचायतों ने युवक-युवतियों के सामाजिक बायकाट जैसे कदम उठाए।

बहुत जद्दोजहद व वक्त के साथ समाज अपने आप भी बदलता है लेकिन तब तक बहुत नुक्सान भी हो चुका होता है। अंतरजातीय विवाह से उपजे संकट का एक मात्र हल पुरानी व नयी पीढ़ी के बीच आपसी समझ का पुल कायम करने की आवश्यकता है, दो पीढ़ियों को आपस में एक-दूसरे को समझने की जरूरत है। अगर सरकारें समाज सेवी संगठनों का सहयोग लें तब अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं।

मध्यकाल से ही धार्मिक महापुरूषों ने सामाजिक बुराईयों के खिलाफ भी जबरदस्त आवाज उठाई है परंतु समाज में जातिवाद व स्वकुल में विवाहों की परंपरा की जकड़ बहुत ज्यादा है। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां जी ने अपने सत्संगों के दौरान माता-पिता व बच्चों को एक-दूसरे के विचार समझने की प्रेरणा दी। इस तरह पूज्य गुरू जी ने विवाह के लिए घर छोड़ चुके लड़के-लड़कियों को परिवारों के साथ फिर से जोड़ने की मुहिम चलाई व इसे डेरा सच्चा सौदा के 134 मानवता भलाई के कार्याें में शामिल किया। अगर सरकार दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ काम करे तब ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सकता है।

 

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करे।