नई दिल्ली (एजेंसी)। किसान आंदोलन की आड़ में भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा वाले क्रालाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट मामले में कल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से 21 वर्षीय क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि एक्टिविस्ट दिशा रवि ने ही किसान आंदोलन से जुड़ी टूलकिट को एडिट किया था और उसे आगे भेजा था। कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया था।
जिसके बाद से ही ये मामला राजनीतिक तौर पर भी तूल पकड़ रहा है। कई विपक्षी नेताओं, एक्टिविस्ट, संगठनों ने दिशा रवि की गिरफ्तार को गलत बताया है, साथ ही सोशल मीडिया पर भी दिशा के पक्ष में ट्रेंड चल रहे हैं और स्टूडेंट अपनी आवाज रख रहे हैं। कर्नाटक के बेंगलुरु में दिशा रवि के समर्थन में छात्रों की ओर से प्रदर्शन किया गया। ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से किया गया है।
डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से
फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से#ReleaseDishaRavi #DishaRavi#IndiaBeingSilenced— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 15, 2021
पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, जयराम रमेश समेत कई बड़े नेताओं ने दिशा की गिरफ्तार पर सवाल उठाए है और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि क्या 21 साल की एक लड़की देश के खतरा बन गई है। क्या एक टूलकिट सीमा पर घुसपैठ कर रहे चीन के सैनिकों से भी अधिक खतरनाक हो चली है।
भाजपा ने दिया जवाब
केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट करते हुए कहा तंज कसा कि ये सभी टूल एक ही किट के चट्टे-बट्टे हैं। सिर्फ देश ही बल्कि दिशा रवि की गिरफ्तारी का मसला दुनिया में सुर्खी बटोर रहा है।
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