स्वदेशी हस्त शिल्पकारों को दिया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, दुनिया तक पहुंचाया हुनर
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मेक-इन-इंडिया’ मुहिम को दी उड़ान
महाराष्ट्र (सच कहूँ न्यूज)। कोरोना काल में एक तरफ तबाही का मंजर देखने को मिला वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ सकारात्मक पहलू भी देखने को मिलें। इस महामारी में जब अर्थव्यवस्था डगमगाई तो लोगों ने ऑनलाइन कारोबार शुरू किया और इसका सबसे ज्यादा असर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अभियान ‘मेक-इन-इंडिया’ पर देखने को मिला। पूरे भारत वर्ष में स्वदेशी हस्तशिल्प उद्योग को ऑनलाइन प्लेट फॉम पर काफी बढ़ावा मिला। आज ‘सच कहूँ’ आपको महाराष्ट के ऐसे ही दो नौजवानों के बारे में बता रहा है जिन्होंने अपनी काबलियत, हुनर व मेहनत के बलबुते पर सफलता हासिल की। बता दें कि महाराष्ट्र के एक कॉलेज में पढ़ने वाले राहुल बाविस्कर तथा आसिमाह खान ने प्रधानमंत्री के ‘मेक-इन-इंडिया’ (Make in India) के सपने का साकार करते हुए 6 मई 2021 को आधिकारिक तौर पर ‘स्वदेशी हैंडीक्राफ्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’ (Swadeshi Handicrafts Pvt Ltd) कंपनी की स्थापना की। दोनों युवाओं ने कुछ ही समय में पूरे भारत से हजारों हस्तशिल्पकारों को अपने साथ जोड़ा और उनकी कला को अपने मंच के माध्यम से आनलाइन माध्यम से करोड़ों लोगों को पहुंचाया।
बिचौलिए हुए खत्म, हस्तकारों को सीधा मुनाफा
सच कहूँ से विशेष बातचीत में ‘स्वदेशी हैंडीक्राफ्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी के संस्थापक व सीईओ राहुल बाविस्कर (Rahul Baviar) ने बताया कि हमने हस्तशिल्प को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है। हमारे भारत देश में हस्तशिल्प कला का इतिहास सालों पुराना है लेकिन आज विदेशी सामान की बिक्री ज्यादा होने से लोग अपनी परंपम्परा, संस्कृति व इतिहास को बुलते जा रहे हैं। जो पैसा हमारे देश के विकास पर खर्च होना चाहिए था वो विदेशों में पहुंच जाता है। इसलिए मैंने ये स्वदेशी प्लेटफॉर्म तैयार किया। इसके दो फायदे होंगे एक तो बिचौलिए खत्म होंगे और दूसरा हस्तशिल्पकारों को उनके उत्पादन का सही मूल्य मिल सकेगा।
हस्तशिल्प कला के लिए उपलब्ध है व्यापक बाजार
हस्तशिल्प हाथ से तैयार किए गए रचनात्मक उत्पाद हैं। जिनके लिए किसी आधुनिक मशीनरी और उपकरणों की मद्द नहीं ली जाती। आजकल हस्त-निर्मित उत्पादों को फैशन और विलासिता की वस्तु माना जाता है। जिनमें कश्मीरी ऊनी कालीन, जरी की कढ़ाई किए गए वस्त्र, पक्की मिट्टी (टेराकोटा) और सेरामिक के उत्पाद, रेशम के वस्त्र, आकर्षक हैंड बैग, ग्रीटिंग कार्ड, मोतियों की मूर्तियां और महिलाओं के परिधान सहित अन्य रचनात्मक वस्तुएं शामिल हैं। राहुल बाविस्कर ने कहा कि भारत में हस्तशिल्प कला के कद्रदानों की भी कोई कमी नहीं है। बस जरूरत है उन तक हुनर पहुंचाने की जो उनकी कंपनी द्वारा लगातार जारी है।
मिल चुके हैं कई अवार्ड्स
कम समय में अपनी काबलियत दुनिया तक पहुंचाने वाले राहुल बाविस्कर तथा आसिमाह खान को कई अवार्ड्स मिल चुके हैं। जिसमें ग्लोबल स्टार्टअप अवार्ड्स, वर्ष का सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप, भारत में सर्वश्रेष्ठ नवागंतुक, फाउंडर ऑफ द ईयर, वैश्विक छात्र उद्यमिता पुरस्कार, जैसे अनके अवार्ड्स व उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं।
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