उत्तर प्रदेश में कड़े सुरक्षा इंतजामों में अता की गयी जुमे की नमाज

Namaj

लखनऊ (एजेंसी)। पैगंबर हजरत मोहम्मद के बारे में विवादास्पद बयान को लेकर पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के कानपुर में भड़की हिंसा के मद्देनजर राज्य के अधिसंख्य जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुयी। इस बीच प्रयागराज, बिजनौर, मुरादाबाद और सहारनपुर में नारेबाजी और पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर समूचे राज्य में आमतौर पर शांतिपूर्ण ढंग से नमाज संपन्न हुयी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कानपुर के बेकनगंज, ईदगाह, चमनगंज, सुजातगंज, बाबूपुरवा, जाजमऊ समेत तमाम इलाकों में शुक्रवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान तैनात किये गये थे।

मस्जिदों में ही नमाज अदा की गयी। इसके बाद निषेधाज्ञा का हवाला देते हुये नमाजियों से एक एक कर घर जाने को कहा गया। शहर में फिलहाल शांति का माहौल है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस बीच प्रयागराज के अटाला इलाके में एक मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद नारेबाजी और पथराव की घटना हुयी। पुलिस, त्वरित कार्यबल (आरएएफ) और पीएसी के जवानों ने तत्काल मोर्चा संभालते हुए स्थति को शांतिपूर्ण बनाने की कोशिश की। पथराव की घटना में सुरक्षा बल के कुछ जवानों को चोटें आयी हैं।

पत्थरबाजी की छिटपुट घटनायें

उप्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिये 130 कंपनी पीएसी तैनात की गयी है। साथ ही सभी समुदायों से अमन चैन कायम रखने की अपील की गयी है। इसका बेहतर असर हुआ है और लोग शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा कर रहे हैं। प्रयागराज में पथराव की घटना के बार में उन्होंने कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले तत्व इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं।

वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। लखनऊ में टीले वाली मस्जिद में नमाज के बाद कुछ युवाओं ने हल्की नारेबाजी की जिसे वहां मौजूद लोगों ने शांत कराया। शहर के सभी इबादत स्थलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। कुछ इलाकों में ड्रोन के जरिये भी भीड़ पर निगाह रखी गयी। इस दौरान स्थानीय अभिसूचना तंत्र (एलआईयू) पूरी तरह सक्रिय रहा।

क्या है मामला ?

फिरोजाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुलिस प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मार्च पास्ट निकाला। सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ ड्रोन कैमरा से कड़ी निगरानी की जा रही है। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में मुस्लिम कारीगर चूड़ी कारखानों में नहीं आए, वहीं कुछ इलाको में नमाजियों ने काली पट्टी बांध कर अपने आक्रोश का इजहार किया।

वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती, मुरादाबाद, अमरोहा और हापुड़ समेत राज्य के अन्य शहरों में आमतौर पर नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की सूचना है। राज्य के सभी जिलों में इस दौरान सुरक्षा बल के जवान स्थिति पर पैनी निगाह रखे रहे। पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर की गयी विवादित टिप्पणी को लेकर प्रयागराज में इक्का दुक्का स्थानों पर उग्र भीड़ ने रोष जताया और नारेबाजी की। हालांकि सुरक्षा बलों ने हालात को जल्द ही काबू में कर लिया।

मामले में अब तक 58 लोगों को गिरफ्तार

शहर में फिलहाल तनावपूर्ण शांति का माहौल है। गौरतलब है कि तीन जून को कानपुर के बेकनगंज क्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क उठी थी और पथराव और बम फोड़ने के साथ सुरक्षा बलों को भी निशाना बनाया गया था। दरअसल, भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर दिये गये विवादास्पद बयान को हिंसा भड़कने का जिम्मेदार बताया गया था। इस मामले में अब तक 58 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच एजेंसियों ने घटना को एक सुनियोजित साजिश बताते हुये इसमें पीपुल्स फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) की संलिप्तता की आशंका जाहिर की है।

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