गाजियाबाद(सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। गाजियाबाद अंतर्गत आने वाले ग्राम रहीसपुर, रजापुर, हरसॉव और सिहानी गांव के किसानों को मुआवज़ा भुगतान न मिलने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने वीरवार कमला नेहरू नगर स्थित खेतों में एक बड़ी महापंचायत आयोजित की। इस मौके पर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने स्वयं किसानों के बीच पहुँचकर उन्हें संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया और आश्वस्त किया कि जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलेगा, संगठन उनके साथ खड़ा रहेगा। नरेश टिकैत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,”यह संघर्ष लंबा है, लेकिन अगर हम एकजुट रहे तो जीत निश्चित है। किसानों को उनका हक मिलकर रहेगा।
“महापंचायत में किसानों ने धारा 28 ए के अंतर्गत लंबित मुआवजा भुगतान, कोर्ट के आदेशों की अवहेलना और जबरन जमीन अधिग्रहण के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई। भाकियू जिलाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह और क्षेत्र के किसानों का कहना है कि उन्होंने वर्ष 1964-65 में अधिग्रहण की गई ज़मीन के लिए अदालतों से स्पष्ट निर्णय प्राप्त कर लिए हैं, जिनमें उन्हें -84 प्रति वर्ग गज और अन्य लाभ देने का आदेश दिया गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी द्वारा अब तक आदेशों के बावजूद भुगतान नहीं किया गया। किसानों ने जिलाधिकारी के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि रणसिंह बनाम सरकार मामले के आधार पर धारा-28ए के तहत सभी किसानों को शीघ्र भुगतान सुनिश्चित कराया जाए।
साथ ही यह भी दोहराया कि जब तक मुआवजा नहीं मिलता, वे अपनी ज़मीन पर भौतिक कब्ज़ा नहीं देने देंगे।पूर्व सांसद जनरल वी.के. सिंह सहित कई वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से इस मुद्दे पर बीते वर्षों में हस्तक्षेप की अपील की जा चुकी है, लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ है। किसानों का धरना 29 अप्रैल 2015 से अब तक जारी है।महापंचायत में भाकियू के जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह, राष्ट्रीय सचिव चौधरी ओमपाल सिंह,पवन चौधरी ,संजीव (ढिंडार), सतेंद्र तेवतिया , सचिन तेवतिया .लक्षित तेवतिया ,ब्रह्मपाल सिंह ,राष्ट्रिय उपाध्यक्ष रामावतार त्यागी , हापुड़ जिला अध्यक्ष दिनेश खेड़ा ,एमपी गुजराल।,विनीत चौधरी ,सुरेन्द्र कुमार, जय कुमार मलिक, यशवीर सिंह आदि भाकियू पदाधिकारी व सैकड़ों क्षेत्रीय किसान उपस्थित रहे।