
सेंसटिव एरिया से पत्थर का अवैध खनन कर करवा दिए जाते थे काम, मगर पंचायत ने इस बार कसी कमर
खिजराबाद (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Khizrabad: कलेसर नेशनल पार्क व वाइल्ड लाइफ सेंचुरी एरिया के साथ लगती यमुना नदी व उसके आस-पास सिंचाई विभाग के बाढ़ से बचाव कार्य किए जाने है। वहीं से पत्थर व रेत न उठाने न देने को लेकर कलेसर पंचायत ने कमर कस ली है। पंचायत ने 5 मई 2025 को एक प्रस्ताव डाल कर डीसी, खनन भिजवाया है, जिसमें नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया व पंचायत की जमीन से खनन सामग्री न उठाने को कहा गया है। इससे पहले आज तक यहां पर सिंचाई विभाग जो भी काम कराता है उसकी वजह से इस एरिया में लगातार अवैध खनन हो रहा था, मगर इस बार पंचायत ने यहां पर अवैध खनन न होने देने के लिए कमर कस ली है। Khizrabad
वैसे भी नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया की बाउंड्री से एक किलोमीटर के दायरे में कोई खनन कार्य नहीं किया जा सकता है। वहीं मंगलवार तक सिंचाई विभाग ने इस एरिया में कोई काम भी नहीं शुरु किया था, यानी जो काम 30 जून तक पूरे किए जाने है वह 6 मई को भी शुरु नहीं हो पाए थे। कलेसर नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया के साथ लगती यमुना नदी व उसके आस-पास सिंचाई विभाग हर साल बाढ़ बचाव के टेंडर कराता है। मगर यहां पर जो भी एजेंसी टेंडर लेती है वह यही यमुना व साथ लगती सूकरो नदी से अवैध खनन कर अपना काम पूरा करती है। इसकी वजह से इस पूरे एरिया में पर्यावरण को नुकसान पहुंचता था। हालांकि अवैध खनन रोकने की जिम्मेदारी खनन विभाग की है वह कोई कार्रवाई नहीं करता है। इसके साथ वन व वन्य प्राणी विभाग भी इस ओर ध्यान नहीं देता है। Khizrabad
मगर इस बार ग्राम पंचायत कलेसर ने इस सेंसटिव एरिया में अवैध खनन न होने देने की ठानी है। पंचायत ने एक प्रस्ताव डालकर पहले ही बीडीपीओ को भेज दिया है जिसमें कहा गया है कि इस एरिया में सिंचाई विभाग द्वारा 4 क्रेट वायर लगाए जाने प्रस्तावित हैं। जो कि पत्थर के लगाए जाने हैं। आमतौर पर यहां पर काम करने के लिए ठेकेदार पत्थर व अन्य सामग्री बाहर से लाने की बजाय पंचायती भूमि व यमुना नदी से उठाते हैं। जबकि विभाग उनको पेमेंट बाहर से पत्थर खरीद की करता है।
यह पूरा एरिया नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया में पड़ता है। इसलिए पंचायत चाहती है कि इन कार्यों के लिए पत्थर बाहर से लाया जाए ओर यहां पर पंचायती भूमि व अन्य जगह से अवैध खनन न हो। पंचायत ने पत्थर के अवैध खनन के मामले में स्थानीय पुलिस को भी कई बार सूचित किया है।
बिना अनुमति लगा दिया गया मिक्सिंग प्लांट | Khizrabad
नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया इको सेंसटिव जोन में कुछ महीने पहले बिना वाइल्ड लाइफ विभाग की अनुमति से मिक्सिंग प्लांट लगा दिया गया जो आज तक वहीं पर है जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि बिना अनुमति किसी तरह की कर्मिशयल या खासतौर पर माइनिंग एक्टिविटी पूरी तरह से प्रतिबंधित है। पंचायत का कहना है कि जो भी काम नियमों की उल्लंघना कर किए जा रहे है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
एक किलोमीटर के दायरे में कोई खनन कार्य नहीं हो सकता
नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया के एक किलोमीटर के दायरे में किसी प्रकार का खनन कार्य नहीं किया जा सकता है। जबकि इस एरिया में लगातार बोल्डर यानी पत्थर का अवैध खनन हो रहा है। इस सबंध में पिछले दिनों एक शिकायत पर स्टेट एनफोर्समेंट ब्यूरो ने एक मामला दर्ज किया था। कुछ माह पहले एनफोर्समेंट ब्यूरो ने अवैध खनन करते ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ा था।
स्टाफ से पता करवा करेंगी कार्रवाई: डीएफओ
इस मामले में डीएफओ सुखपाल कौर ने कहा कि उन्होंने कुछ समय पहले ही यमुनानगर में ज्वायन किया है। अगर इस एरिया में किसी प्रकार का अवैध खनन हो रहा है तो वह स्टाफ से पता करवा कर उस पर कार्रवाई करेंगी। नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया में ऐसी किसी प्रकार की गतिविधि नहीं होने दी जाएगी। Khizrabad
खनन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता चाहे कहीं पर हो अवैध खनन
यमुनानगर के खनन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता, चाहे इको सेंसटिव जोन में खनन हो या कहीं ओर । इस विभाग को अवैध खनन को रोकने में कोई रुचि ही नहीं है। थोड़ी बहुत जो कार्रवाई होती है वह स्टेट एनफोर्समेंट ब्यूरो ही करता है। इस एरिया में लगातार अवैध खनन की शिकायतें होती है। मगर न तो अधिकारी अवैध खनन पर कारवाई करते हैं न ही सरकार इस विभाग के अधिकारियों पर। इसकी वजह से अवैध खनन से हालात खराब होते जा रहे हैं।
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