Stomach Worms Remedies: बच्चों के पेट में कीड़े, लक्षण पहचानें, खतरे समझें और जानें असरदार घरेलू इलाज

Stomach Worms Remedies
Stomach Worms Remedies: बच्चों के पेट में कीड़े, लक्षण पहचानें, खतरे समझें और जानें असरदार घरेलू इलाज

Stomach Worms Remedies: अनु सैनी। बच्चों की सेहत से जुड़ी एक गंभीर लेकिन अक्सर नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है — पेट में कीड़े होना। यह समस्या बच्चों के विकास को प्रभावित कर सकती है और समय पर इलाज न होने पर गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वे जल्दी इन कीड़ों का शिकार हो जाते हैं। गंदगी, अस्वच्छ भोजन और हाथों की साफ-सफाई न होने पर ये कीड़े शरीर में प्रवेश करते हैं और पेट की आंतों में अंडे देने लगते हैं।

बच्चों के पेट में कीड़े क्यों होते हैं? Stomach Worms Remedies

पेट में कीड़े मुख्यतः संक्रमित भोजन, गंदा पानी पीने, मिट्टी खाने या बिना हाथ धोए खाना खाने से होते हैं। कई बार खुले में खेलने वाले बच्चों को यह संक्रमण तेजी से पकड़ लेता है। भारत में ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ अब शहरी बच्चों में भी यह समस्या देखी जा रही है।

किस प्रकार के होते हैं पेट के कीड़े?

1. राउंडवॉर्म (Roundworms): लंबे धागे जैसे कीड़े
2. पिनवॉर्म (Pinworms): छोटे सफेद कीड़े, जो रात में गुदा में खुजली करते हैं
3. टेपवॉर्म (Tapeworms): शरीर में चुपचाप पनपने वाले फ्लैट कीड़े
4. हुकवॉर्म (Hookworms): खून चूसने वाले कीड़े, जो एनीमिया पैदा कर सकते हैं
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
बच्चों के शरीर में जब पेट के कीड़े पनपने लगते हैं, तो कुछ सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण लक्षण सामने आते हैं:-
भूख कम या ज्यादा लगना
पेट दर्द, मरोड़ या गैस
गुदा में खुजली, खासकर रात के समय
दांत पीसना, नींद में बेचैनी
मल में कीड़े दिखना
वजन कम होना, थकावट रहना
पढ़ाई में मन न लगना
त्वचा पर एलर्जी या चकत्ते
कीड़ों से हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं
विशेषज्ञों के अनुसार यदि पेट के कीड़ों का इलाज समय पर न किया जाए, तो ये निम्नलिखित परेशानियां पैदा कर सकते हैं।
शरीर में खून की कमी (एनीमिया)
कुपोषण
मानसिक विकास में देरी
इम्यून सिस्टम कमजोर होना
बार-बार बुखार या अन्य संक्रमण
क्या करें बचाव के लिए?
बच्चों को कीड़ों से बचाने के लिए ज़रूरी है नियमित स्वच्छता और अच्छी आदतें:-
खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोना
उबला या फिल्टर्ड पानी पीना
नाखून छोटे और साफ़ रखना
खुले में खेलते वक्त बच्चों पर ध्यान
कच्चे फल-सब्जियां धोकर देना
साल में दो बार डिवॉर्मिंग दवा देना (Albendazole जैसी)

घरेलू नुस्खे जो कीड़ों को मारने में कारगर

1. लहसुन का सेवन
सुबह खाली पेट एक या दो कलियां लहसुन की खिलाएं।
लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड्स कीड़ों को खत्म करने में मदद करते हैं।
2. हल्दी वाला दूध
रात को हल्दी डालकर गर्म दूध देना पेट की सफाई करता है और संक्रमण कम करता है।
3. पपीते के बीज
पके पपीते के बीज सुखाकर पीसें और शहद के साथ दें।
यह आंतों की सफाई में उपयोगी हैं।
4. कद्दू के बीज
कद्दू के बीज पीसकर शहद मिलाकर दें।
इसमें Cucurbitacin नामक तत्व कीड़ों को मारता है।
5. हींग का पानी
गुनगुने पानी में एक चुटकी हींग मिलाकर दें।
हींग गैस और कीड़े दोनों से राहत दिलाती है।
6. तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते पीसकर शहद के साथ देना संक्रमण के खतरे को कम करता है।
जांच और इलाज कब कराएं?
यदि घरेलू उपायों से आराम न मिले, या बच्चा लगातार परेशान हो रहा हो, तो डॉक्टर से सलाह लें। मल की जांच (Stool Test) से पुष्टि की जाती है और दवाएं दी जाती हैं। डॉक्टर आमतौर पर Albendazole, Mebendazole जैसी कीड़े मारने की दवाएं देते हैं।
सरकार की ओर से भी मिलती है मदद
भारत सरकार हर साल 10 फरवरी और 10 अगस्त को National Deworming Day मनाती है। इस दिन स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को मुफ्त में पेट के कीड़ों की दवा दी जाती है।
कब दिखाएं डॉक्टर को?
जब बच्चे की कमजोरी बढ़ रही हो
मल में कीड़े नजर आ रहे हों
बच्चा रात में ठीक से सो नहीं पा रहा हो
कोई घरेलू उपाय असर न करे
बच्चों के पेट में कीड़े एक आम समस्या जरूर है, लेकिन नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जरूरी है कि माता-पिता समय पर लक्षणों को पहचानें और उचित घरेलू या चिकित्सकीय उपचार कराएं। थोड़ी सी सावधानी और स्वच्छता अपनाकर इस समस्या से आसानी से बचा जा सकता है।