CET exam 2025: कुरुक्षेत्र। हरियाणा राज्य में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) 26 और 27 जुलाई को आयोजित किया जा रहा है। इस महत्त्वपूर्ण परीक्षा को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन और सरकार ने विशेष प्रबंध किए हैं। कुरुक्षेत्र जिले में भी परीक्षा को लेकर तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। CET Exam
कुरुक्षेत्र से लगभग 35,000 परीक्षार्थी चंडीगढ़ परीक्षा केंद्रों की ओर प्रस्थान करेंगे, जबकि सोनीपत से 41,724 अभ्यर्थी कुरुक्षेत्र आएंगे। इस आवागमन को सुचारू बनाने के लिए रोडवेज विभाग ने 592 बसों की व्यवस्था की है। इन बसों में से 585 बसें कुरुक्षेत्र और चंडीगढ़ के बीच चलेंगी। परीक्षार्थियों की सहायता के लिए जिले में 10 प्रमुख स्थानों पर बस स्टॉप बनाए गए हैं, जहाँ से सुबह 3 बजे से बस सेवाएँ प्रारंभ हो गई हैं।
रोडवेज निरीक्षक ईश्वर सिंह ने जानकारी दी कि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए हर संभव व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सोनीपत से आने वाली बसों के लिए थानेसर की अनाज मंडी में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आपातकालीन स्थिति को ध्यान में रखते हुए 9 अतिरिक्त मिनी बसें भी तैयार रखी गई हैं।
परीक्षा केंद्रों की संख्या और सुरक्षा प्रबंध | CET Exam
पूरे राज्य में सीईटी परीक्षा के लिए कुल 1,338 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ पर दोनों दिन कुल लगभग 13 लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। शनिवार को ही दोनों पालियों में लगभग 7.7 लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। परीक्षा की निष्पक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 14,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। करनाल जिले में परीक्षा के लिए 53 केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ जींद जिले के परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। वहीं, करनाल के विद्यार्थियों को पंचकूला और यमुनानगर में परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं। करनाल जिले से लगभग 70,000 अभ्यर्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे।
कुरुक्षेत्र में विशेष व्यवस्थाएँ | CET Exam
कुरुक्षेत्र जिले में 29 स्थानों पर 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएँ जैसे स्वच्छ पेयजल, विद्युत आपूर्ति, शौचालय और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर प्रशासनिक कर्मचारी तथा निगरानी दल तैनात किए गए हैं, ताकि परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सके। राज्य सरकार और जिला प्रशासन के अनुसार, उनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी अभ्यर्थी समय पर अपने परीक्षा केंद्र तक पहुँचे और परीक्षा प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी व व्यवस्थित रहे।