IND vs ENG: जसप्रीत बुमराह की पांच नाकामी पड़ी टीम इंडिया को भारी, इंग्लैंड में बड़ा नुकसान

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IND vs ENG: जसप्रीत बुमराह की पांच नाकामी पड़ी टीम इंडिया को भारी, इंग्लैंड में बड़ा नुकसान

अनु सैनी (सच कहूँ न्यूज़)। IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में टीम इंडिया को जिस खिलाड़ी से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं, वह जसप्रीत बुमराह हैं। अपनी सटीक यॉर्कर और घातक तेज गेंदबाजी के लिए पहचाने जाने वाले बुमराह अब तक भारत के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में गिने जाते हैं। हालांकि इंग्लैंड की परिस्थितियों में इस बार वह नई गेंद से वैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे, जिसके लिए वे जाने जाते हैं। उनकी शुरुआती spells में विकेट न निकाल पाने की समस्या ने टीम इंडिया की रणनीति को कमजोर कर दिया है।

1. बुमराह की गेंदबाजी का मौजूदा हाल | IND vs ENG

सीरीज़ की शुरुआत में ही उम्मीद की जा रही थी कि बुमराह इंग्लैंड की तेज और स्विंग करती पिचों का फायदा उठाकर विपक्षी बल्लेबाज़ों को जल्दी पवेलियन भेजेंगे। लेकिन नई गेंद से वह आक्रामक धार दिखाने में विफल रहे हैं। अब तक वह केवल 4 विकेट ही हासिल कर पाए हैं। उनका इकोनॉमी रेट भी उम्मीद से ज्यादा रहा है। ओपनिंग ओवरों में रन लुटाने से इंग्लैंड को मज़बूत शुरुआत मिलती रही और भारत को गेंदबाजी में दबाव नहीं बना पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा।

2. मैनचेस्टर टेस्ट का झटका

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए मुकाबले में बुमराह के प्रदर्शन ने निराश किया। उन्होंने 30 से ज्यादा ओवर फेंके लेकिन 100 से अधिक रन दे डाले और सिर्फ 2 विकेट हासिल किए। यह उनकी करियर की सबसे महंगी स्पेल्स में से एक मानी जा रही है। बुमराह की असफलता का सीधा असर यह हुआ कि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा कर लिया। ओपनर ज़ैक क्रॉली और बेन डकेट ने शुरुआती ओवरों में बेखौफ रन बनाए, क्योंकि नई गेंद से बुमराह की धार गायब थी।

3. क्यों नहीं चल रही है बुमराह की धार?

विशेषज्ञों का मानना है कि बुमराह की गेंदबाजी में इस बार वह रफ्तार और स्विंग दिखाई नहीं दे रही, जो उन्हें खास बनाती है।

कंडीशंस का सही उपयोग नहीं: इंग्लैंड की पिचें तेज गेंदबाजों को स्विंग का फायदा देती हैं, लेकिन बुमराह अपनी लेंथ पर लगातार टिक नहीं पा रहे। IND vs ENG

रन रोकने का दबाव: शुरुआती ओवरों में जब विकेट नहीं मिले, तो कप्तान ने फील्डिंग सेटअप रक्षात्मक कर दी, जिससे बुमराह की आक्रामकता कम हो गई।

टीम सपोर्ट की कमी: दूसरे छोर से कोई भी गेंदबाज लगातार दबाव बनाने में सफल नहीं रहा। मोहम्मद सिराज और अन्य गेंदबाज भी प्रभावी नहीं दिखे।

4. टीम इंडिया की रणनीति पर सवाल

इस सीरीज़ में भारत की गेंदबाजी रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं।
स्पिनर की कमी: टीम प्रबंधन ने शुरुआती मैचों में स्पिनर कुलदीप यादव या रविचंद्रन अश्विन को कम मौके दिए।
कप्तान की शांत नेतृत्व शैली: शुभमन गिल की कप्तानी पर कई दिग्गजों ने टिप्पणी की है कि वे फील्ड प्लेसमेंट और गेंदबाजों की रोटेशन में ज्यादा आक्रामक नहीं दिखे।
बुमराह पर निर्भरता: भारत का गेंदबाजी आक्रमण बुमराह पर बहुत ज्यादा निर्भर दिख रहा है। जब वे विफल होते हैं, तो पूरी टीम दबाव में आ जाती है।

5. इंग्लैंड के बल्लेबाजों का पलड़ा भारी

इंग्लैंड की टीम ने भारत की कमजोर शुरुआत का पूरा फायदा उठाया। जो रूट, बेन स्टोक्स और क्रॉली जैसे बल्लेबाज़ों ने बुमराह को आसानी से खेला। खासकर जो रूट ने बुमराह की फुल लेंथ गेंदों को आत्मविश्वास से खेलते हुए ताबड़तोड़ रन बनाए। बेन स्टोक्स ने भी शतक लगाकर यह साबित कर दिया कि भारतीय गेंदबाजी आक्रमण इस बार उतना घातक नहीं है।

6. बुमराह की पांच बड़ी नाकामियाँ

1. नई गेंद से विकेट नहीं निकालना – ओपनिंग स्पेल में रन रोकने में विफल रहे।
2. लंबी साझेदारियाँ तोड़ने में असफल – इंग्लैंड की ओपनिंग पार्टनरशिप 100 से ज्यादा रन तक पहुंच गई।
3. महंगी स्पेल – मैनचेस्टर टेस्ट में 100+ रन लुटाकर करियर का सबसे खराब आंकड़ा दर्ज किया।
4. लाइन-लेंथ में असंतुलन – कई बार फुल टॉस और शॉर्ट गेंदें देकर बल्लेबाज़ों को आसान रन दिए।
5. आक्रामकता की कमी – बुमराह की रफ्तार और यॉर्कर का असर इस सीरीज़ में काफी कम दिखा।

7. टीम इंडिया को क्या करना होगा?

यदि भारत को अगली टेस्ट या सीरीज़ में वापसी करनी है, तो बुमराह को दोबारा अपनी लय हासिल करनी होगी।
उन्हें नई गेंद से पहले 5-6 ओवरों में विकेट लेने पर फोकस करना होगा।
साथी गेंदबाजों जैसे सिराज और उमेश यादव को भी आक्रामक लाइन पर गेंदबाजी करनी होगी।
टीम प्रबंधन को स्पिन विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए ताकि विपक्षी टीम को बैकफुट पर रखा जा सके।

8. दिग्गजों की राय

पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि, “बुमराह इस सीरीज़ में उस स्तर का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जिसके लिए वे जाने जाते हैं। उन्हें नई गेंद से ज्यादा आक्रामक होना चाहिए।”
भारत के पूर्व गेंदबाज जहीर खान ने भी यह बात मानी कि बुमराह को गेंदबाजी करते समय अपने नैचुरल एंगल और रफ्तार का सही इस्तेमाल करना होगा।

9. क्या बुमराह वापसी कर पाएंगे?

बुमराह की क्लास पर कोई संदेह नहीं है। वे दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार हैं। कई बार उन्होंने अकेले दम पर भारत को टेस्ट मैच जिताए हैं। लेकिन इस सीरीज़ की असफलताओं ने उनके आत्मविश्वास को प्रभावित किया है। आने वाले मैचों में अगर वे नई गेंद से शुरुआती विकेट निकालने में सफल रहते हैं, तो भारत का पलड़ा फिर भारी हो सकता है।

जसप्रीत बुमराह का इंग्लैंड दौरे पर फीका प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए बड़ी चिंता का कारण है। उनकी पांच नाकामियों ने टीम की रणनीति को कमजोर कर दिया, जिससे इंग्लैंड ने शुरुआती बढ़त हासिल की। भारत को सीरीज़ में बने रहने के लिए बुमराह की लय वापस लाना और गेंदबाजी संयोजन को मजबूत करना होगा। अगली पारी में बुमराह के प्रदर्शन पर ही भारत की जीत-हार काफी हद तक निर्भर करेगी। IND vs ENG

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