
Haryana Metro: गुरुग्राम, संजय मेहरा। गुरुग्राम के लोगों का लंबे समय से इंतजार अब खत्म होने वाला है। अगले माह से ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना का काम तेज़ी से शुरू किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले मेट्रो पिलर निर्माण कार्य की शुरुआत होगी। इसके लिए ट्रैफिक डायवर्जन की योजना पहले ही तैयार कर ली गई है। बताया जा रहा है कि मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन निर्माण के दौरान जेड चौक से लेकर आर्य समाज रोड तक का फ्लाईओवर पूरी तरह बंद रहेगा ताकि निर्माण कार्य सुचारू रूप से हो सके।
जीएमआरएल ने संभाला जिम्मा | Haryana Metro
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो का पहला चरण गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) के जिम्मे है। संस्था ने सेक्टर-44 स्थित जीएमडीए कार्यालय के पास पाइलिंग मशीन लगाकर पाइल टेस्टिंग शुरू कर दी है। इसके अलावा बदखल चौक और सेक्टर-9 से 9ए के बीच मुख्य सड़कों पर पेड़ों की कटाई का काम भी प्रारंभ कर दिया गया है। इससे साफ है कि प्रशासन निर्माण कार्य को लेकर पूरी तरह गंभीर है और ज़मीनी स्तर पर तैयारी पूरी कर चुका है।
28.5 किलोमीटर लंबी परियोजना
गुरुग्राम मेट्रो विस्तार योजना की कुल लंबाई 28.5 किलोमीटर होगी। इस कॉरिडोर पर 27 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे शहर के प्रमुख इलाकों को सीधे जोड़ा जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 5452 करोड़ रुपये है। माना जा रहा है कि इसके पूरा हो जाने के बाद गुरुग्राम में यातायात दबाव काफी हद तक कम होगा और लोग तेज़, सुरक्षित और सुलभ सफर का लाभ उठा सकेंगे।
दिल्ली से कनेक्टिविटी होगी मजबूत
इस मेट्रो कॉरिडोर की सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि इसे दिल्ली से सीधा जोड़ा जाएगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने यशोभूमि मेट्रो स्टेशन (द्वारका सेक्टर-25) को गुरुग्राम के इफ्को चौक मेट्रो स्टेशन से जोड़ने की योजना तैयार की है। यह नया कनेक्शन दिल्ली और हरियाणा के बीच यातायात को और भी सुगम बनाएगा। डीएमआरसी ने इस प्रस्ताव को हरियाणा सरकार से साझा किया है और इसके लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की अनुमति मांगी है।
यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत
मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण से दैनिक यात्रियों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। अभी तक गुरुग्राम के कई इलाकों में सार्वजनिक परिवहन की पर्याप्त सुविधा नहीं है। बसों और ऑटो पर निर्भर रहने वाले लोगों को जाम और लंबा सफर झेलना पड़ता है। मेट्रो शुरू होने के बाद न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि लोगों को आरामदायक और सस्ती सुविधा भी उपलब्ध होगी। इसके अलावा, इस परियोजना से पर्यावरण को भी लाभ पहुंचेगा क्योंकि निजी वाहनों की संख्या सड़कों पर कम होगी और प्रदूषण घटेगा।
आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी
मेट्रो के विस्तार से गुरुग्राम की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। नए स्टेशन और कॉरिडोर से जुड़े इलाकों में रियल एस्टेट की कीमतें बढ़ने की संभावना है। साथ ही, व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और निर्माण अवधि में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को काम मिलेगा। ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना न केवल शहर की यातायात व्यवस्था को बदलने वाली है, बल्कि यह दिल्ली-हरियाणा कनेक्टिविटी को भी नए स्तर पर ले जाएगी। 5452 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना गुरुग्राम के लिए विकास का नया द्वार साबित हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि मेट्रो की शुरुआत से शहर का यातायात दबाव कम होगा, प्रदूषण घटेगा और लोगों को आधुनिक व सुविधाजनक परिवहन का लाभ मिलेगा।