मुज्जफरनगर (सच कहूँ/अनु सैनी)। UP Government News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में अब सड़कों की सूरत बदलने जा रही है। रैपिड-मेट्रो कॉरिडोर के साथ-साथ शहर की अंदरूनी सड़कों को भी पूरी तरह से नया रूप दिया जाएगा। यह काम सीएम ग्रिड योजना के तहत किया जाएगा, जिसमें सड़क निर्माण के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाएगा। इस योजना के तहत बनाई जाने वाली सड़कें सिर्फ सुंदर ही नहीं होंगी, बल्कि उनमें शहरी जीवन की सभी जरूरी सुविधाएं भी शामिल होंगी। UP Government News
सीएम ग्रिड योजना के तहत विकास
सीएम ग्रिड योजना का उद्देश्य शहर की सड़कों को न केवल सुंदर बनाना है, बल्कि उन्हें आधुनिक शहरी सुविधाओं से भी लैस करना है। मेरठ में इस योजना का पहला चरण गढ़ रोड पर लागू किया गया था, जिसे अब विस्तार देते हुए बच्चा पार्क से कमिश्नरी चौराहा और कमिश्नरी आवास चौराहा से सर्किट हाउस तक की सड़कों पर लागू किया जा रहा है। इन मार्गों का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि ये शहर के मुख्य इलाकों को जोड़ते हैं और इन पर यातायात का दबाव अधिक रहता है।
किन सड़कों का होगा कायाकल्प?
इस योजना के तहत दो प्रमुख मार्गों का कायाकल्प किया जाएगा। पहला मार्ग बच्चा पार्क से कमिश्नरी चौराहा तक का होगा, जिसकी लंबाई 1.62 किलोमीटर है। दूसरा मार्ग कमिश्नरी आवास चौराहा से सर्किट हाउस तक का होगा, जिसकी लंबाई 1.02 किलोमीटर है। इन दोनों सड़कों पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और उम्मीद की जा रही है कि 15 महीने के भीतर यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस काम के पूरा होने पर इन मार्गों पर यात्रा करना बेहद आसान और सुखद अनुभव होगा।
आधुनिक डिजाइन से होगी सड़कों की सजावट | UP Government News
इन सड़कों को पूरी तरह से आधुनिक डिजाइन के अनुसार तैयार किया जाएगा। सबसे खास बात यह होगी कि बिजली के तार ऊपर दिखाई नहीं देंगे, क्योंकि सभी केबल को भूमिगत किया जाएगा। सड़क किनारे खुले नाले भी नजर नहीं आएंगे, क्योंकि जल निकासी की व्यवस्था भूमिगत होगी। दोनों ओर चौड़े और सुरक्षित फुटपाथ बनाए जाएंगे, जिससे पैदल यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी। वाहन पार्किंग के लिए सड़क के बीच-बीच में स्थान निर्धारित किया जाएगा, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होगी। दूरसंचार लाइनों के लिए भी भूमिगत डक्ट तैयार किया जाएगा और सड़क किनारे पेयजल लाइन का भी बेहतर प्रबंधन किया जाएगा।
बेंगलुरु जैसी सड़कों का अनुभव
अधिकारियों का कहना है कि निर्माण पूरा होने के बाद इन सड़कों पर चलना किसी बड़े महानगर, विशेष रूप से बेंगलुरु की सड़कों पर चलने जैसा अनुभव देगा। साफ-सुथरी, चौड़ी और सुविधाजनक सड़कों के साथ आधुनिक फुटपाथ और पार्किंग की बेहतर व्यवस्था लोगों के सफर को आरामदायक और सुरक्षित बनाएगी। रात में इन सड़कों पर बेहतरीन लाइटिंग की भी व्यवस्था होगी, जिससे सड़कें और भी आकर्षक दिखेंगी। UP Government News
निर्माण कार्य की लागत और कंपनियां
इस परियोजना पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। बच्चा पार्क से कमिश्नरी चौराहा तक की 1.62 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण पर करीब 27 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस काम का जिम्मा जीएस एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सौंपा गया है। वहीं, कमिश्नरी आवास चौराहा से सर्किट हाउस तक की 1.02 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण पर लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह कार्य आरसीसी डेवलपर्स कंपनी को दिया गया है। दोनों परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 47 करोड़ रुपये है, जो शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव लाएगी।
पांच साल का रखरखाव अनुबंध
निर्माण कंपनियों को केवल सड़क बनाकर छोड़ना नहीं है, बल्कि उन्हें अगले पांच साल तक इन सड़कों का रखरखाव भी करना होगा। इस अनुबंध के तहत कंपनियां सड़क पर आने वाली किसी भी खराबी, गड्ढे या अन्य समस्या को समय पर ठीक करेंगी। इसके अलावा सफाई और अन्य रखरखाव का काम भी उन्हीं के जिम्मे रहेगा, जिससे इन सड़कों की सुंदरता और मजबूती लंबे समय तक बनी रहेगी।
ट्रैफिक डायवर्जन की योजना
निर्माण कार्य के दौरान यातायात को बाधित होने से बचाने के लिए ट्रैफिक डायवर्जन की योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत जरूरत पड़ने पर वाहनों के मार्ग में अस्थायी बदलाव किया जाएगा, ताकि काम सुचारू रूप से चलता रहे और यात्रियों को भी अधिक परेशानी न हो। यातायात पुलिस और प्रशासन मिलकर इस व्यवस्था को लागू करेंगे।
स्थानीय लोगों में उत्साह
मेरठ के स्थानीय निवासियों में इस परियोजना को लेकर काफी उत्साह है। लोगों का कहना है कि आधुनिक सुविधाओं वाली सड़कें न केवल सफर को आसान बनाएंगी, बल्कि शहर की सुंदरता भी बढ़ाएंगी। व्यापारियों को उम्मीद है कि बेहतर सड़कों से ग्राहकों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा। UP Government News
आर्थिक और सामाजिक लाभ
इन सड़कों के बनने से यात्रा का समय कम होगा, ट्रैफिक जाम की समस्या घटेगी और ईंधन की बचत होगी। साथ ही, चौड़ी और साफ सड़कों के कारण स्थानीय व्यापार को भी फायदा पहुंचेगा। बाजारों तक पहुंचना आसान होगा, जिससे खरीदारों की संख्या में इजाफा होगा। पैदल चलने वालों के लिए बनाए गए फुटपाथ और सुरक्षित पार्किंग की सुविधा से सड़क हादसों में भी कमी आने की संभावना है।
सीएम ग्रिड योजना का व्यापक असर
सीएम ग्रिड योजना केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर के समग्र विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के तहत भूमिगत केबलिंग, जल निकासी, पार्किंग, फुटपाथ और पेयजल जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, जो लंबे समय तक शहर के निवासियों को लाभ पहुंचाएंगी। इससे न केवल शहर की छवि सुधरेगी, बल्कि पर्यटन और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
मेरठ की इन सड़कों का कायाकल्प न केवल शहर की सूरत बदलेगा, बल्कि यहां के लोगों को आधुनिक और आरामदायक यात्रा का अनुभव भी देगा। अगले 15 महीनों में जब यह परियोजना पूरी होगी, तो मेरठ की सड़कें वास्तव में बेंगलुरु जैसी दिखेंगी। बेहतर रोशनी, साफ-सुथरा वातावरण, चौड़े फुटपाथ और व्यवस्थित पार्किंग के साथ यह बदलाव मेरठ को आधुनिक शहरों की श्रेणी में लाने में मदद करेगा।