सूडानी सेना ने पश्चिमी सूडान में 100 से ज्यादा लड़ाकों के मारे जाने का दावा

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Khartoum सूडानी सेना ने पश्चिमी सूडान में 100 से ज्यादा लड़ाकों के मारे जाने का दावा

खारतूम (एजेंसी)। सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) ने रविवार को कहा कि पश्चिमी सूडान के एल फशर में हुई लड़ाई में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के 100 से ज्यादा लड़ाके मारे गए हैं। एसएएफ के छठी इन्फैंट्री डिवीजन ने एक बयान में कहा कि उसने “रविवार तड़के एल फशर शहर पर मिलिशिया द्वारा किए गए भीषण हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया।” इसमें आगे कहा गया, “हमारे बलों ने बहादुरी से हमलावरों का सामना किया, जिससे कर्मियों और उपकरणों को भारी नुकसान हुआ, 100 से ज्यादा मिलिशिया लड़ाके मारे गए और अन्य घायल हुए।” सूडान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया था कि आरएसएफ के ड्रोन हमलों में एल फशर स्थित एक अस्थायी आश्रय स्थल पर 57 नागरिक मारे गए, हालांकि आरएसएफ ने रविवार को इस बमबारी की जिÞम्मेदारी से इनकार किया।
आरएसएफ के प्रवक्ता अल-फतेह कुरैशी ने एक बयान में कहा, “हम एल फशर शहर में एक विस्थापन आश्रय स्थल को निशाना बनाकर किए गए हवाई या तोपखाने के हमले में नागरिकों की मौत के बारे में फैलाए जा रहे झूठे दावों का स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं।”
सूडान में संयुक्त राष्ट्र की रेजिडेंट कोआॅर्डिनेटर डेनिस ब्राउन ने रविवार को उत्तरी डारफुर में नागरिकों को बार-बार और जानबूझकर निशाना बनाए जाने की “कड़े शब्दों में” निंदा की। संयुक्त राष्ट्र अधिकारी ने एक बयान में कहा, “अस्पतालों, आश्रय स्थलों और शरणस्थलों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। मैं अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने और नागरिकों तथा नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमलों को तत्काल रोकने की अपनी पिछली अपील दोहराता हूँ।”
गौरतलब है कि एल फशर में मई 2024 से हिंसक झड़पें जारी हैं, एक तरफ एसएएफ और सहयोगी सेनाओं और दूसरी तरफ आरएसएफ, और हाल के दिनों में लड़ाई और तेज हो गई है। एसएएफ और आरएसएफ के बीच अप्रैल 2023 में शुरू हुए संघर्ष में हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं, जिससे देश का मानवीय संकट और गहरा गया है।