IMD Cyclone Alert: नई दिल्ली। चक्रवात मोन्था मंगलवार को आंध्र प्रदेश और यानम के तटीय क्षेत्रों के बीच से गुजरते हुए काकीनाडा के दक्षिणी हिस्से के करीब पहुँच गया। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय यह प्रणाली पहले “गंभीर चक्रवाती तूफ़ान” के रूप में दर्ज की गई थी, किंतु अब इसका प्रभाव कम होकर यह सामान्य चक्रवाती तूफ़ान में परिवर्तित हो गया है। Weather
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इस तूफ़ान के दौरान 90–100 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाएँ चल सकती हैं, जिनमें झोंकों की गति 110 किमी प्रति घंटे तक पहुँचने की संभावना है। मोन्था के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना में अत्यधिक बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसका प्रभाव केवल दक्षिणी राज्यों तक सीमित नहीं रहेगा। छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में भी भारी वर्षा और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है, जिसके चलते स्थानीय प्रशासन सतर्क है।
चक्रवात मोन्था की स्थिति | Weather
आईएमडी की जानकारी के मुताबिक, तूफ़ान मंगलवार शाम लगभग 7 बजे आंध्र प्रदेश के तट से टकराया। इसके कारण राज्य के कई तटीय जिलों में जनजीवन बाधित हुआ, वहीं पड़ोसी राज्य ओडिशा के लगभग 15 ज़िलों में भी तेज़ हवाओं और वर्षा का असर स्पष्ट रूप से महसूस किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, चक्रवात का केंद्र मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच स्थित रहा और इसका मार्ग काकीनाडा क्षेत्र के आसपास से तट को पार करता हुआ आगे बढ़ा।
हवा की अधिकतम अनुमानित गति | Weather
तूफ़ान के भूमि क्षेत्र में प्रवेश करने के समय हवाओं की गति 90–100 किमी प्रति घंटे रहने का अनुमान है, जबकि कुछ क्षेत्रों में हवा के झोंके 110 किमी प्रति घंटे तक पहुँच सकते हैं। coastal इलाकों में पेड़ों के गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने और यातायात में अवरोध की आशंका जताई गई है।
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