
छछरौली (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Kapal Mochan Mela: पांच दिवसीय राज्यस्तरीय कपालमोचन मेला एक नवंबर से शुरू होगा। इसके बावजूद मेले की तैयारियां कछुआ गति से चल रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों से मेला क्षेत्र में सफाई का कार्य करवाया जा रहा है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को गंदगी से होकर गुजरना पड़ेगा। मेला परिसर में जगह जगह गा गंदगी के ढेर लगे हुए है। प्रशासनिक अधिकारियों के सारे दावे फैल होते नजर आ रहे है। मेला क्षेत्र में न तो साफ सफाई हुई है और न ही सड़कों की ठीक से मरम्मत। Chhachhrauli News
तैयारियों के लिए जो काम हो रहे हैं उनमें भी ठेकेदार द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जो अस्थायी शौचालय बनाए जा रहे हैं उनके नीचे मात्र चार इंच चौड़ा आधे से एक फीट का गड्ढा है। कहां तो मेले में सात से आठ लाख श्रद्धालु आएंगे और कहां उनके लिए शौचालय के नीचे आधा फीट का गड्ढा बनाया जा रहा है। यह हाल राजकीय स्कूल अहड़वाला के पास बन रहे शौचालयों का है। भीड़ से बचने के लिए कपालमोचन में श्रद्धालु पहले ही आने लगे हैं, लेकिन शौचालय न बनने से वह परेशान हैं। मेला परिसर में जहां पर दुकानें लगनी हैं वहां अभी भी साफ सफाई नहीं की गई है। मिट्टी उबड़ खाबड़ है। कई जगह जेसीबी से खोदाई करके एक जगह ही मिट्टी के ढेर लगा दिए गए हैं। टैंट लगाने वाले कर्मचारियों ने बताया कि मेला में सफाई करने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है।
जब सफाई होगी तभी वह दुकानों के टेंट लगा पाएंगे। अभी न तो जगह की सफाई हुई है और न ही दुकानों वाली जगह को ठीक से समतल किया गया है। जिस जेसीबी चालक की ड्यूटी लगाई गई थी वह केवल खानापूर्ति कर रहा है। मेला परिसर के अंदर सड़कों का भी बुरा हाल है। बीडीपीओ आस्था गर्ग ने बताया कि 30 अक्तूबर तक सभी तैयारियों को पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों व ठेकेदारों को निर्देश दिए जा चुके हैं। यदि कहीं शौचालयों में कमी है तो उसकी भी जांच करवाई जाएगी। टेंडर की शर्त अनुसार यदि काम नहीं मिला तो ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा | Chhachhrauli News
मछरौली रोड पर श्री गुरु रविदास मंदिर के सामने से जो सड़क गुरुद्वारा साहिब की तरफ जाती है वह टूटी पड़ी है। टाइलें उखड़ी हुई हैं। इसी तरह मेला की एंट्री पर ही शहीद उधम सिंह की प्रतिमा के सामने सड़क निर्माण के नाम पर खानापूर्ति कर दी गई। सड़क को ठीक से नहीं बनाया गया। यहां पर रेत ही रेत बिखरा पड़ा है। मेला क्षेत्र में हर तरफ कूड़ा ही कूड़ा दिखाई दे रहा है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। सूरजकुंड सरोवर को जाने वाली पर जहां वल्लियां लगाई गई है उसके पास भी जगह ऊंची-नीची है।
मेला क्षेत्र में पीने के पानी का भी अभी तक प्रबंध नहीं हो पाया है। पानी पीने के लिए जो नल लगाए गए हैं वह ज्यादातर बंद पड़े हैं। जो चल रहे हैं उनके पास गंदगी का आलम है। मेला में दुकान लगाने वाले जयपाल, रमेश ने बताया कि इस बार मेला की तैयारी काफी ढीली चल रही है। काम कुछ भी नहीं हुआ और समय कम बचा है। पीने के लिए पर्याप्त पानी भी नहीं है। Chhachhrauli News
यह भी पढ़ें:– थाना सिरसागंज पुलिस ने नये आपराधिक कानूनों के प्रति इंदिरा मेमोरियल सेकेंडरी स्कूल में किया जागरूक














