मृत्यु भोज की पारंपरिक रस्म के स्थान पर वृक्षारोपण; औड़पुर के प्रेमी परिवार ने पेश की मानवता की मिसाल
राजगढ़/रेणी (सच कहूँ न्यूज़)। Rajgarh News: समाज में फिजूलखर्ची को रोककर परोपकार के कार्यों को बढ़ावा देने की दिशा में तहसील राजगढ़ के गाँव औड़पुर में एक बेहद प्रशंसनीय कार्य किया गया। यहाँ के निवासी सचखण्डवासी हीरा लाल मीणा के परिवार ने अपने पिता की स्मृति में भोजन के पारंपरिक आयोजन के स्थान पर वृक्षारोपण एवं स्वच्छता का मार्ग चुनकर समाज को नई दिशा दिखाई।
गुरु वचनों पर चलते हुए लिया निर्णय | Rajgarh News
सचखण्डवासी हीरा लाल मीणा के सुपुत्रों—मंगल राम व सुखराम और सुपुत्रियों—मनफूली व मकोल ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए यह निर्णय लिया। परिवार का मानना है कि आडंबरों के बजाय परोपकार और पर्यावरण की सेवा ही सच्ची श्रद्धांजलि है। इस अवसर पर गाँव में एक ब्लॉक स्तरीय नामचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें साध-संगत और स्थानीय ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
हरियाली और स्वच्छता का संकल्प:
परिजनों ने इस उपलक्ष्य में एक छायादार आम का पौधा लगाया और समाज में स्वच्छता बनाए रखने का संदेश दिया। उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पौधा आने वाले समय में सबको फल और छाया प्रदान करेगा, जो कि आत्मिक शांति और प्रकृति की सेवा का उत्तम माध्यम है।
प्रेरणादायक विरासत | Rajgarh News
विदित रहे कि इससे पूर्व भी इस गाँव में डेरा प्रेमी आन्या राम मीणा जी के परिवार द्वारा इसी प्रकार पौधरोपण कर एक नेक शुरुआत की गई थी। इस अवसर पर ब्लॉक प्रेमी सेवक संजय सैनी इन्सां, घासीराम इन्सां और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने इस बेमिसाल कार्य के लिए नारा लगाकर पूज्य गुरुजी का आभार व्यक्त किया। यह नेक कार्य आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण और सादगीपूर्ण जीवन जीने का संदेश देगा।
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