India Pakistan Tensions 2026: एक अमेरिकी शोध संस्थान की वर्षांत सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह आशंका व्यक्त की गई है कि बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों के चलते वर्ष 2026 में भारत और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र टकराव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यह आकलन अमेरिका की विदेश नीति पर काम करने वाले विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। India Pakistan News
काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस (सीएफ़आर) नामक इस अमेरिकी थिंक टैंक ने अपनी वार्षिक संघर्ष-जोखिम रिपोर्ट में बताया है कि सर्वे में शामिल विशेषज्ञों ने वैश्विक स्तर पर उन संघर्षों की पहचान की है, जो आने वाले वर्ष में उभर सकते हैं या और अधिक गंभीर रूप ले सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता पर असर डालने वाले संभावित संकटों को लेकर विशेषज्ञों में गहरी चिंता है।
‘2026 में संभावित संघर्ष’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय टकरावों को उनकी संभावना और उनसे अमेरिकी हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के आधार पर श्रेणियों में रखा गया है। इस प्रक्रिया में पहली बार यह भी रेखांकित किया गया कि किन परिस्थितियों में समय रहते निवारक कदम उठाए जा सकते हैं। जोखिम आकलन के आधार पर संघर्षों को तीन प्राथमिक स्तरों—टियर I, टियर II और टियर III—में वर्गीकृत किया गया है। India Pakistan News
सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि दोनों देशों के बीच नए सशस्त्र संघर्ष
रिपोर्ट में भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित टकराव को ‘मध्यम संभावना और मध्यम प्रभाव’ वाली टियर II श्रेणी में रखा गया है। इसमें कहा गया है कि सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि दोनों देशों के बीच नए सशस्त्र संघर्ष को जन्म दे सकती है।
सीएफ़आर की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान कई क्षेत्रों में जारी संघर्षों को शांत करने के प्रयास किए गए। इनमें डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, गाज़ा पट्टी, यूक्रेन के साथ-साथ भारत-पाकिस्तान और कंबोडिया-थाईलैंड के बीच तनाव को कम करने की पहल शामिल रही।
उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष मई माह में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक सैन्य तनाव की स्थिति बनी थी। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर लक्षित कार्रवाई की थी, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इस घटना में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी।
रिपोर्ट में यह अपेक्षा भी जताई गई है कि आने वाले समय में अमेरिकी प्रशासन अपने प्रमुख सहयोगियों और साझेदारों को अलग-थलग करने के बजाय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने वाले शुरुआती प्रयासों पर अधिक बल देगा, विशेषकर उन क्षेत्रों में जो अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। India Pakistan News
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई अवसरों पर यह दावा किया
इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई अवसरों पर यह दावा किया है कि उन्होंने मई में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए तनाव में हस्तक्षेप कर उसे रोका। हालांकि, भारत ने इन दावों को स्पष्ट रूप से खारिज किया है। भारत का कहना है कि 10 मई को दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच संवाद के बाद नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी।
सीएफ़आर की रिपोर्ट में अन्य वैश्विक संघर्षों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। टियर I श्रेणी में पश्चिमी तट पर इज़राइली सुरक्षा बलों और फ़िलिस्तीनियों के बीच बढ़ते तनाव को उच्च संभावना और उच्च प्रभाव वाला बताया गया है। वहीं, टियर III श्रेणी में अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पार आतंकवादी हमलों के कारण पुनः सशस्त्र टकराव की मध्यम संभावना जताई गई है।
इसके अतिरिक्त रिपोर्ट में रूस-यूक्रेन युद्ध के तेज़ होने, मध्य पूर्व में ईरान-इज़राइल तनाव, अफ़्रीका और कैरिबियाई क्षेत्रों में बढ़ती अस्थिरता, साइबर हमलों की आशंका तथा आर्कटिक और कॉकसस क्षेत्र में संभावित सैन्य टकरावों को भी आने वाले वर्षों के प्रमुख वैश्विक जोखिमों के रूप में रेखांकित किया गया है। India Pakistan News















