Gautam Gambhir: नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम को हाल के समय में टेस्ट क्रिकेट में अप्रत्याशित झटके लगे हैं। घरेलू मैदान पर पहले न्यूजीलैंड के विरुद्ध तीन मैचों की टेस्ट शृंखला में 0–3 की हार और इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 0–2 से पराजय ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया। एक ही वर्ष में दो बार टेस्ट क्रिकेट में क्लीन स्वीप झेलना भारतीय टीम के लिए असामान्य माना जा रहा है। इन नतीजों के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर की भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं। Cricket News
पिछले कुछ दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) टेस्ट प्रारूप में कोचिंग बदलाव पर विचार कर रहा है। कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया कि बोर्ड ने इस संदर्भ में पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और वर्तमान में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण से अनौपचारिक बातचीत की थी। हालांकि, इन खबरों में यह भी कहा गया कि लक्ष्मण ने टेस्ट टीम की कोचिंग संभालने में रुचि नहीं दिखाई।
गंभीर का अनुबंध वर्ष 2027 में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप तक है
इस बीच, बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों ने इन सभी अटकलों को निराधार करार दिया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि गौतम गंभीर टेस्ट, वनडे और टी20—तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के मुख्य कोच बने रहेंगे। बोर्ड का कहना है कि गंभीर का अनुबंध वर्ष 2027 में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप तक है और फिलहाल इसमें किसी तरह के बदलाव की कोई योजना नहीं है। Cricket News
गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने सीमित ओवरों के प्रारूप में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उनके कार्यकाल में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जैसे बड़े खिताब अपने नाम किए हैं। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन, विशेषकर घरेलू परिस्थितियों में मिली हार, आलोचना का कारण बना है। गंभीर की कोचिंग में अब तक खेले गए 19 टेस्ट मैचों में भारत को 10 में हार का सामना करना पड़ा है, जबकि 7 मैचों में जीत और 2 में ड्रॉ का परिणाम रहा है। इन आंकड़ों के बावजूद, बोर्ड फिलहाल कोचिंग व्यवस्था में निरंतरता बनाए रखने के पक्ष में है और आने वाली शृंखलाओं में टीम के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है। Cricket News















