
Pahalgam Terror Attack Live: श्रीनगर (एजेंसी)। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बुधवार को घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई। सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। यह कोशिश जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर सबसे घातक आतंकवादी हमले के एक दिन बाद नाकाम की गई, जिसमें अनंतनाग जिले के पहलगाम के प्रसिद्ध रिसॉर्ट के पास एक घास के मैदान में 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति मारे गए थे।
सेना के श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने कहा कि दो से तीन अज्ञात आतंकवादियों ने उरी नाला के पास सरजीवन के सामान्य क्षेत्र से घुसपैठ की कोशिश की। एलओसी की सुरक्षा में तैनात सतर्क सैनिकों ने इस प्रयास का पता लगाया और उसे रोक दिया, जिसके बाद गोलीबारी हुई। सेना ने बताया कि भारी गोलीबारी में दो घुसपैठिए मारे गए। सेना ने कहा, ‘आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध संबंधी अन्य सामान बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि घुसपैठ रोधी अभियान जारी है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय रायफल्स, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस पहलगाम के जंगलों में बड़ा आॅपरेशन चला रही है। आतंकियों की नापाक हरकत के बाद सुरक्षाबल मुंहतोड़ जवाब देने के मूड में हैं। उधर सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बयान आया है। उन्होंने कहा, ‘कल पहलगाम में जो हुआ हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं और हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इन दहशतकरदों को सबक सिखाएगी।
आतंकवाद के समूल नाश को लेकर सऊदी अरब ने जताई प्रतिबद्धता | Pahalgam Terror Attack Live
भारत और सऊदी अरब ने रक्षा साझीदारी को गहरा करने के साथ ही ऊर्जा, व्यापार, निवेश, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर विस्तार से विचार मंथन किया और आतंकवाद का समूल नाश करने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब की राजकीय यात्रा के दौरान जेद्दा के रॉयल पैलेस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस एवं प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस एवं प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझीदारी परिषद (एसपीसी) की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता भी की।
क्राउन प्रिंस ने पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और निर्दोष लोगों के मारे जाने पर गहरी संवेदना व्यक्त की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद को समूल नष्ट करने का संकल्प लिया। दोनों नेताओं ने सितंबर 2023 में दिल्ली में पिछली बैठक के बाद से परिषद के तहत प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में तेजी और विभिन्न मंत्रालयों में बड़ी संख्या में उच्च स्तरीय यात्राओं की सराहना की, जिन्होंने दोनों पक्षों पर विश्वास और आपसी समझ का निर्माण किया है। दोनों नेताओं ने ऊर्जा, रक्षा, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब में भारतीय समुदाय को दिए गए सहयोग और कल्याण के लिए क्राउन प्रिंस को धन्यवाद दिया। उन्होंने भारतीय हज यात्रियों को सऊदी सरकार द्वारा दिए गए समर्थन की भी सराहना की।
दोनों नेताओं ने निवेश पर उच्च स्तरीय कार्य बल में हुई चर्चा में हुई प्रगति की सराहना की। उन्होंने कई क्षेत्रों में टास्क फोर्स में बनी समझ का स्वागत किया, जो ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, फिनटेक, डिजिटल बुनियादी ढांचे, दूरसंचार, फार्मास्यूटिकल्स, विनिर्माण और स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में भारत में 100 अरब अमरीकी डालर का निवेश करने की सऊदी अरब की पूर्व प्रतिबद्धता पर आधारित है। इस संदर्भ में, उन्होंने विशेष रूप से भारत में दो तेल रिफाइनरियों की स्थापना के साथ-साथ कराधान के मुद्दों पर प्राप्त प्रगति पर सहयोग करने के समझौते का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव दिया कि आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देश भुगतान गेटवे को जोड़ने और स्थानीय मुद्राओं में व्यापार निपटान के लिए काम कर सकते हैं।
दोनों नेताओं ने भारत-मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) में प्रगति, विशेष रूप से दोनों पक्षों द्वारा की जा रही द्विपक्षीय कनेक्टिविटी पहलों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने परिषद के तहत दो मंत्रिस्तरीय समितियों के काम के परिणामों पर संतोष व्यक्त किया। ये समितियां – (क) राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग पर समिति और इसकी उपसमितियां, और (ख) अर्थव्यवस्था और निवेश पर समिति और इसके संयुक्त कार्य समूह हैं। दोनों नेताओं ने दो नई मंत्रिस्तरीय समितियों की स्थापना के साथ रणनीतिक साझीदारी परिषद के विस्तार का स्वागत किया। इस संदर्भ में, रक्षा साझीदारी को गहरा करने को प्रतिबिंबित करने के लिए, नेताओं ने रक्षा सहयोग पर मंत्रिस्तरीय समिति की स्थापना पर सहमति व्यक्त की। हाल के वर्षों में दोनों पक्षों के बीच सांस्कृतिक सहयोग में बढ़ती गति को स्वीकार करते हुए, वे पर्यटन और संस्कृति सहयोग पर एक मंत्रिस्तरीय समिति स्थापित करने पर भी सहमत हुए। बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने दूसरे एसपीसी के मिनटों पर हस्ताक्षर किए। नेताओं ने यात्रा के अवसर पर अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, खेल (डोपिंग विरोधी) और डाक सहयोग के क्षेत्र में 4 द्विपक्षीय समझौता ज्ञापनों और समझौतों पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को रणनीतिक साझीदारी परिषद की तीसरी बैठक के लिए भारत आने के लिए आमंत्रित किया।