
Beetroot Juice and Blood Pressure: नई दिल्ली। एक नवीन अध्ययन में यह सामने आया है कि चुकंदर का रस (जूस) बुजुर्गों में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने में लाभकारी सिद्ध हो सकता है। यह शोध ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि चुकंदर का जूस पीने से वृद्ध व्यक्तियों के रक्तचाप में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। Benefits of Beetroot Juice
शोध के अनुसार, चुकंदर में प्रचुर मात्रा में नाइट्रेट पाया जाता है, जो शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित होता है। यह गैस रक्त वाहिनियों को फैलाकर रक्त प्रवाह को सुचारु बनाती है और इस प्रकार रक्तचाप को नियंत्रित करती है। नाइट्रेट मुख्यतः हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, सौंफ और चुकंदर से प्राप्त होता है। अध्ययन में 30 वर्ष से कम उम्र के 39 युवा और 60 से 70 वर्ष की आयु वाले 36 वृद्ध प्रतिभागियों को दो सप्ताह तक प्रतिदिन दो बार नाइट्रेट युक्त चुकंदर का जूस पिलाया गया। इसके बाद इन्हीं प्रतिभागियों को अगले दो सप्ताह तक बिना नाइट्रेट वाला जूस (प्लेसबो) दिया गया।
वृद्ध प्रतिभागियों में चुकंदर का जूस पीने से रक्तचाप में गिरावट आई
परिणामों से यह स्पष्ट हुआ कि वृद्ध प्रतिभागियों में चुकंदर का जूस पीने से रक्तचाप में गिरावट आई, जबकि युवाओं में कोई विशेष अंतर नहीं देखा गया। यह अध्ययन प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पत्रिका फ्री रैडिकल बायोलॉजी एंड मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है। शोध में यह भी सामने आया कि चुकंदर का रस वृद्ध व्यक्तियों के मुँह के बैक्टीरिया में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। इससे हानिकारक बैक्टीरिया प्रिवोटेला की संख्या घटती है तथा लाभकारी नीसेरिया बैक्टीरिया की संख्या में वृद्धि होती है, जो नाइट्रेट को नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित करने में सहायक होते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर के प्रमुख वैज्ञानिक प्रोफेसर एंडी जोन्स का कहना है, “यह अध्ययन इस बात का संकेत देता है कि नाइट्रेट युक्त आहार मुँह के माइक्रोबायोम को सुधार कर सूजन को घटाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है। यह आगे बड़े स्तर पर शोध का मार्ग प्रशस्त करता है।” प्रोफेसर एनी वन्हातालो ने सुझाव दिया कि यदि किसी को चुकंदर पसंद नहीं हो, तो पालक, सौंफ या अन्य नाइट्रेट युक्त सब्जियाँ उसके विकल्प के रूप में अपनाई जा सकती हैं। Benefits of Beetroot Juice