EPF News: अनु सैनी । देश के लाखों कर्मचारियों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। अब अगर नौकरी के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को कम से कम ₹50,000 का बीमा लाभ मिलेगा, भले ही कर्मचारी के PF (Provident Fund) खाते में यह राशि जमा न हो। केंद्र सरकार द्वारा EDLI (Employees’ Deposit Linked Insurance) योजना के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिनसे कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक सुरक्षा मिल सकेगी।
क्या है EDLI योजना? EPF News
EDLI (Employees’ Deposit Linked Insurance) योजना कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा संचालित एक बीमा योजना है। इसका उद्देश्य संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के निधन की स्थिति में उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता देना है। यह योजना EPFO के अंतर्गत आती है।
इस योजना में कर्मचारी को अलग से कोई पैसा नहीं देना होता, केवल नियोक्ता (Employer) द्वारा इसका प्रीमियम जमा किया जाता है।
कर्मचारी की नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को एकमुश्त बीमा राशि दी जाती है।
क्या है नया नियम?
सरकार ने EDLI स्कीम के नियमों में लचीलापन दिया है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके। नए नियमों के मुताबिक:-
PF खाते में रकम की शर्त हटाई गई
पहले यह शर्त थी कि कर्मचारी के PF खाते में कम से कम ₹50,000 जमा होने चाहिए, तभी उनके परिवार को बीमा राशि मिलेगी।लेकिन अब यह शर्त हटा दी गई है। अब चाहे PF खाते में ₹50,000 से कम पैसा हो, परिजनों को न्यूनतम ₹50,000 बीमा राशि दी जाएगी।
नौकरी छोड़ने और गैप पर भी मिलेगा लाभ
60 दिन तक का गैप मान्य
अगर कोई कर्मचारी किसी कारणवश नौकरी छोड़ देता है और फिर दूसरी नौकरी ज्वाइन करता है, तो दोनों नौकरियों के बीच 60 दिन से कम का गैप होने पर उसे लगातार सेवा माना जाएगा। यानी कि बीच में नौकरी छोड़ने के बावजूद, अगर 60 दिन के भीतर दोबारा काम शुरू कर लिया है, तो वह EDLI बीमा योजना के लिए योग्य होगा। यह नियम उन लोगों के लिए बड़ी राहत है जो अक्सर नौकरी बदलते हैं।
लगातार 12 महीने नौकरी करने वालों को भी मिलेगा फायदा
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो कर्मचारी लगातार 12 महीने काम कर चुका है, वह भी बीमा लाभ का हकदार होगा।
पहले नियमों के तहत कुछ मामलों में यह स्पष्ट नहीं था, लेकिन अब इस स्थिति को भी शामिल कर दिया गया है।
आखिरी सैलरी मिलने के 6 महीने तक भी मान्यता
6 महीने के भीतर मृत्यु पर भी बीमा मिलेगा
यदि किसी कर्मचारी की मृत्यु आखिरी सैलरी मिलने के 6 महीने के भीतर होती है, तब भी परिजनों को EDLI बीमा का लाभ मिलेगा। यह उन मामलों में राहत देगा जहां कर्मचारी किसी कारणवश नौकरी से हट चुका था लेकिन बीमार या किसी अन्य वजह से उसकी मृत्यु हो गई।
कितना बीमा मिलेगा?
योजना के तहत न्यूनतम बीमा राशि ₹50,000 तय की गई है।
अधिकतम बीमा राशि पहले ₹6 लाख तक थी, और यह कर्मचारी के अंतिम वेतन और योगदान पर निर्भर करती है।
लेकिन इस नए नियम के अनुसार, कम से कम ₹50,000 का भुगतान हर हाल में होगा।
योजना का लाभ किन्हें मिलेगा?
इस योजना का लाभ उन सभी कर्मचारियों को मिलेगा:
जो EPFO के सदस्य हैं।
जिनका PF अकाउंट एक्टिव है या हाल ही में एक्टिव था।
जिनकी मृत्यु नौकरी के दौरान या उसके 6 महीने के भीतर हो जाती है।
जिनके PF खाते में रकम चाहे कम हो, लाभ मिलेगा।
जिन्होंने हाल ही में नौकरी बदली हो और 60 दिन से कम का गैप हो।
EDLI योजना का महत्व
1. आर्थिक सुरक्षा – कर्मचारी की मृत्यु के बाद परिवार को तात्कालिक आर्थिक मदद।
2. सरल प्रक्रिया – किसी प्रकार का अलग बीमा नहीं लेना पड़ता।
3. नियमों में लचीलापन – नौकरी में गैप और PF राशि कम होने पर भी पात्रता।
4. नो कॉस्ट बेनिफिट – कर्मचारी को अतिरिक्त प्रीमियम नहीं देना पड़ता।
निष्कर्ष
EDLI योजना में हाल ही में किए गए बदलावों से स्पष्ट है कि सरकार संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों की भलाई को लेकर गंभीर है। PF खाते में कम रकम होने या नौकरी में छोटे-मोटे गैप से अब बीमा लाभ से वंचित नहीं होना पड़ेगा। यह कदम कर्मचारियों के परिजनों के लिए सुरक्षा कवच की तरह है, जो कठिन समय में आर्थिक सहारा प्रदान करेगा।
जरुरी सुझाव:-
अगर आप EPFO से जुड़े हैं तो यह सुनिश्चित करें कि आपका PF खाता सक्रिय है और नामांकित (Nomine) व्यक्ति की जानकारी अपडेटेड हो, ताकि ज़रूरत पड़ने पर आपके परिवार को इस योजना का पूरा लाभ मिल सके।