
UP School Holiday: अनु सैनी, मुजफ्फरनगर। सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। विशेष रूप से गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है।
गाजियाबाद में 17 से 23 जुलाई तक स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान 17 जुलाई से लेकर 23 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी के अनुसार, कांवड़ यात्रा के दौरान हाईवे और अन्य प्रमुख मार्गों पर भारी भीड़ तथा ट्रैफिक का दबाव देखने को मिलेगा, जिससे विद्यार्थियों और आमजन की आवाजाही प्रभावित हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। जिलाधिकारी ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि कोई स्कूल या कॉलेज इस आदेश की अवहेलना करता है, तो संबंधित संस्थान के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह आदेश किन-किन संस्थानों पर लागू होगा?
यह अवकाश आदेश जिले के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त बेसिक शिक्षा, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और इंटर कॉलेजों पर लागू होगा। इसके साथ ही यह आदेश सभी प्रकार के निजी स्कूलों पर भी प्रभावी होगा, ताकि कोई भ्रम की स्थिति न रहे।
मेरठ में एक दिन पहले से ही बंद हुए स्कूल और कॉलेज
मेरठ जिले में प्रशासन ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों को देखते हुए एक दिन पहले ही यानी 16 जुलाई से ही स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. वी.के. सिंह के अनुसार, 16 से 23 जुलाई तक जिले के सभी माध्यमिक विद्यालय, डिग्री कॉलेज, तकनीकी संस्थान और मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
मुज़फ्फरनगर में भी पहले ही घोषित हो चुका है अवकाश
मुज़फ्फरनगर जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान आने वाली संभावित परेशानियों को देखते हुए पहले ही सभी स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है। जिले की भौगोलिक स्थिति और कांवड़ यात्रा मार्गों के बीच आने के कारण प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया।
कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक और सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती
कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार, ऋषिकेश और गंगोत्री की ओर कांवड़ लेकर जाते हैं। इस दौरान राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही होती है। न केवल ट्रैफिक का दबाव बढ़ता है, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर भी अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है। इसी वजह से प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख जिलों गाजियाबाद, मेरठ और मुज़फ्फरनगर – में स्कूल और कॉलेजों को कुछ दिनों के लिए बंद करने का फैसला एक सावधानीपूर्वक कदम है। यह न केवल छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि यातायात नियंत्रण और सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने में भी सहायक होगा। प्रशासन की यह पहल सराहनीय है, जिससे श्रद्धालु भी यात्रा में निर्बाध रूप से भाग ले सकें और छात्र भी सुरक्षित रहें।