ब्लॉक लहरागागा के 32वें व गांव संगतपुरा के 5वें शरीरदानी बने जंगीर सिंह इन्सां
लहरागागा (सच कहूँ/नैनसी)। Body Donation: लहरागागा के नजदीकी गांव संगतपुरा के निवासी जंगीर सिंह इन्सां (75) शरीरदान कर समाज के लिए एक मिसाल बन गए हैं। जंगीर सिंह इन्सां के निधन के उपरांत परिवार की आपसी सहमति से उनका पार्थिव शरीर मेडिकल शोध के लिए दान किया गया। जंगीर सिंह इन्सां ने ब्लॉक लहरागागा के 32वें तथा गांव संगतपुरा के 5वें शरीरदानी होने का गौरव हासिल किया है। Lehragaga News
जानकारी के अनुसार लहरागागा के गांव संगतपुरा के निवासी जंगीर सिंह इन्सां (75) के मरणोंपरांत उनके परिजनों ने आपसी सहमति से उनका पार्थिव शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया। इस दौरान उनके बेटे मेजर सिंह, नाजर सिंह और सोनू सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने पिता जंगीर सिंह इन्सां का पार्थिव शरीर केएमसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, महुआवा, फरेंदा रोड, महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) को मेडिकल शोध के लिए दान किया। इस दौरान जंगीर सिंह इन्सां के पार्थिव शरीर को पवित्र नारों के साथ अंतिम विदाई दी गई। गांव के सरपंच हरपाल सिंह तथा सच्चे नम्र सेवादार रतन लाल इन्सां, अजिन्द्र इन्सां और अमरीक सिंह इन्सां ने पार्थिव शरीर वाली एम्बूलेंस को रवाना किया।
वहीं गांव के सरपंच हरपाल सिंह ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा द्वारा किए जा रहे मानवता भलाई कार्यों से पूरी दुनिया परिचित है। उन्होंने कहा कि देश की आबादी करोड़ों में है, लेकिन डेरा श्रद्धालु ही हैं जो जहां जीते जी अंगदान करते हैं, वहीं मरणोपरांत शरीरदान भी कर रहे हैं। किसी भी आपदा के समय डेरा श्रद्धालु हमेशा राहत कार्यों में अग्रणी रहते हैं।सच्चे नम्र सेवादार रतन लाल इन्सां और अजिन्द्र इन्सां ने बताया कि जंगीर सिंह इन्सां अत्यंत सरल और नेक स्वभाव के व्यक्ति थे। Body Donation
निधन के बाद उनके परिवार द्वारा शरीरदान कर एक महान सेवा की गई है, जिसे हमेशा याद रखा जाएगा, वहीं गुरजंट सिंह, प्रगट सिंह, रामा इन्सां, मघ्घर इन्सां और जग्गा इन्सां ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके गांव से 5वां शरीरदान हुआ है। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए साध-संगत लगातार मानवता भलाई कार्यों में जुटी हुई है। इस मौके पर परिवारजन, गांववासी, विभिन्न गांवों से आए प्रेमी सेवक, ब्लॉक प्रेमी सेवक, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर कमेटी के सेवादार, आईटी विंग के भाई-बहन तथा विभिन्न गांवों की साध-संगत मौजूद रही।
यह भी पढ़ें:– गाजियाबाद पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गॉड के नेतृत्व में पारदर्शिता और भरोसे की नई इबारत लिख रही गाजियाबाद पुलिस















