सकारात्मकता-महिलाओं के लिए अच्छा साबित हो रहा वर्तमान समय

Hisar News
हिसार रेंज में महिला विरूद्ध अपराधों में आई कमी

हिसार रेंज में महिला विरूद्ध अपराधों में आई कमी | (Hisar News)

  • लोगों की सोच बदली या फिर पुलिस हुई एक्टिव?

हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। महिलाओं के प्रति आप आम लोगों का नजरिया बदलने लगा है। इसे सकारात्मक सोच कहें या फिर पुलिस (Police) की तत्परता पर परिणाम अच्छे नजर आ रहे हैं। आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो वित्त वर्ष 2022 के शुरुआती 2 महीनों के दौरान महिलाओं के विरुद्ध अपराध ज्यादा दर्ज हुए थे। वित्त वर्ष 2023 के शुरुआती 2 महीनों में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पुलिस के रिकॉर्ड में कम दर्ज हुए हैं। ऐसा समाज के लिए अच्छा संदेश है। या तो समाज के लोगों की महिलाओं के विरुद्ध सोच बदलने लगी है या फिर कहा जा सकता है कि हिसार रेंज के सभी जिलों में महिलाओं के प्रति अपराधों को लेकर पुलिस ज्यादा एक्टिव हो गई है।

समाज में कानून (Law) में भी महिला और पुरुषों को एक समान दर्जा दिया गया है। कहा भी गया है ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता’। समीक्षा के दौरान पाया गया कि 31 मई 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में इसी अवधि में महिला विरुद्ध अपराधो में लगभग 33 प्रतिशत की कमी आई है। दरअसल बुधवार को हिसार मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव ने महिला विरुद्ध अपराधों में पुलिस द्वारा शिकायतों पर की गई। कार्रवाई को लेकर समीक्षा की इस समीक्षा में जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। वह बड़ी ही पॉजिटिव थी। ऐसा ही होना चाहिए महिला विरूद्ध अपराधों में कमी ही नहीं महिलाओं के विरुद्ध अपराध होने ही नहीं चाहिए।

दहेज प्रताड़ना के मामले सबसे ज्यादा | (Hisar News)

समीक्षा के दौरान एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने बताया कि मई 2022 तक हिसार मंडल में दहेज प्रताड़ना के 435 मुकदमे दर्ज हुए थे, जबकि 2023 में इसी दौरान 292 मुकदमे दर्ज हुए। इसी प्रकार मई 2022 तक दुराचार से संबंधित 122 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इसी अवधि में 2023 में 93 मामले दर्ज किए गए। महिलाओं के साथ बदतमीजी के मामले भी इसी अवधि में कम हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार मई 2022 तक हिसार मंडल में 264 मुकदमे दर्ज किए गए थे जबकि वर्ष 2023 में इसी अवधि में 158 मुकदमे दर्ज हुए हैं यदि इस ओरल रिपोर्ट पर नजर दौड़ाई जाए तो महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में वास्तव में कमी आई है जो समाज के लिए एक अच्छा संदेश है।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानूनों का गलत इस्तेमाल ना होने पाए- एडीजीपी

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिसार मंडल श्रीकांत ने महिला विरुद्ध घटित होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिये समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों व उनकी पालना रिपोर्ट का भी अवलोकन किया। समीक्षा उपरांत उन्होंने हिसार मंडल में पांचो पुलिस अधीक्षकों को जरूरी निर्देश देते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा पुलिस का प्रथम दायित्व है। उन्होंने कहा यह भी सुनिश्चित करेंगे की महिलाओं की सुरक्षा के लिये बने कानूनो को गलत इस्तेमाल ना होने पाये।

यह भी पढ़ें:– किसानों के लिए आई बड़ी खुशखबरी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here