गुवाहाटी। असम के धुबरी जिले में स्थित एक हनुमान मंदिर को अपवित्र करने के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 38 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई राज्य में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश के विरुद्ध की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने शनिवार को स्वयं इसकी जानकारी दी। Dhubri beef case
मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया मंच “एक्स” (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “धुबरी में गोमांस प्रकरण पर रातभर में 38 गिरफ्तारियाँ की गईं।” प्राप्त जानकारी के अनुसार, बकरीद के अगले दिन कुछ अराजक तत्वों ने हनुमान मंदिर के समीप कथित रूप से गोमांस रखा, जिससे क्षेत्र में असंतोष का वातावरण बन गया। स्थानीय नागरिकों और समुदायों के प्रतिनिधियों द्वारा शांति समिति के माध्यम से समझौते की कोशिश की गई और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। हालांकि, अगले ही दिन फिर से उसी स्थान पर इस प्रकार की घटना को दोहराया गया, जिससे क्षेत्र में पुनः तनाव और अशांति फैल गई। इसी क्रम में पथराव और उकसाऊ पोस्टर लगाने जैसी घटनाएं भी सामने आईं, जिनमें धुबरी को बांग्लादेश का हिस्सा बताने वाले संदेश लगे थे।
“धुबरी जिले में सांप्रदायिक शांति और भाईचारा बनाए रखना सर्वोपरि”
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने धुबरी प्रशासन को उपद्रवियों पर ‘देखते ही गोली मारने’ के आदेश देने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा, “धुबरी जिले में सांप्रदायिक शांति और भाईचारा बनाए रखना सर्वोपरि है। जो कोई भी इसे भंग करने की चेष्टा करेगा, उसके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को स्वयं धुबरी जिले का दौरा कर हालात का जायजा लिया और कहा, “पिछले कुछ दिनों से धुबरी में कानून-व्यवस्था की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। हम इसे किसी भी सूरत में बिगड़ने नहीं देंगे और सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाली हर ताकत को कुचलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि धार्मिक स्थलों की गरिमा और नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इस प्रकार की घटनाओं को कतई सहन नहीं किया जाएगा। Dhubri beef case