40 यूनिट रक्तदान कर बचाई कई अनमोल जिंदगियां
- सेवादारों से संपर्क करने की अस्पतालों का स्टाफ तक परिजनों को देता है सलाह
फतेहाबाद (सच कहूँ/विनोद कुमार शर्मा)। Blood Donation: शहर में डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों के बीच जब ब्लड की कमी ने मरीजों की चिंता बढ़ा दी थी, तब डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत उम्मीद की एक नई किरण बनकर उभरी। सरसा के पूजनीय बापू मग्घर सिंह इंटरनेशनल ब्लड सेंटर समेत कई निजी अस्पतालों में 40 यूनिट ब्लड डोनेट कर साध-संगत ने जरूरतमंदों को जीवनदान दिया। Blood Donation
स्थानीय अस्पतालों में जब भी किसी मरीज को ब्लड की जरूरत होती है, सबसे पहले डेरा सच्चा सौदा के वालंटियर्स का नाम लिया जाता है। यहां तक कि अस्पतालों का स्टाफ तक परिजनों को सलाह देता है डेरा सच्चा सौदा से संपर्क करें, वे जरूर मदद करेंगे। यह विश्वास साध-संगत की वर्षों की निस्वार्थ सेवा से बना है। डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच मरीजों के लिए ब्लड की कमी एक बड़ी चुनौती बन गई थी। कई परिवार खून की तलाश में दर-दर भटक रहे थे। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने समय पर रक्तदान कर कई मरीजों की जान बचाई।
युवाओं और बहनों ने बढ़ाया कदम, समाज को दिया संदेश | Blood Donation
रक्तदान करने वालों में मनोज, मोनू, चंद्रभान, मनजीत इन्सां, अंकुश बजाज, रोहित, हर्ष, दीक्षा, प्रीति बजाज, राधिका मोंगा और गीता भुटानी जैसे नाम शामिल हैं, जो हर समय मानव सेवा के लिए तैयार रहते हैं। ब्लड डोनेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे रोहित, हर्ष, दीक्षा और मंजू बताते हैं कि जब भी किसी को इमरजेंसी में ब्लड चाहिए होता है, वो तुरंत ब्लड सेंटर पहुंच जाते हैं। उन्होंने अपने मोबाइल नंबर तक सार्वजनिक कर रखे हैं ताकि कोई भी जरूरतमंद आसानी से संपर्क कर सके।
भावुक पिता बोले, ‘हमारे लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं’
ब्लड सेंटर में मौजूद एक मरीज के पिता ने कहा, हम बहुत परेशान थे, ब्लड कहीं नहीं मिल रहा था। तभी किसी ने डेरा सच्चा सौदा का नाम लिया। कुछ ही देर में साध-संगत ब्लड सेंटर पहुंची और मेरे बेटे की जान बचाई। ये हमारे लिए फरिश्ते हैं।
रक्तदान में बहनों की भागीदारी भी सराहनीय
रक्तदान करने वालों में बहनों की भी बड़ी भूमिका रही। दीक्षा मेहता, प्रीति बजाज, सुनीता छाबड़ा, राधिका, मनीषा, गीतू, कुसुम ग्रोवर, पल्लवी मेहता, रिया, नेहा, नीतू ग्रोवर, प्राची, ज्योति बत्रा जैसी महिलाएं भाईयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर जरूरत के समय आगे आईं। Blood Donation
पूज्य गुरु जी से मिली प्रेरणा
डेरा सच्चा सौदा के जिम्मेवारों का कहना है कि उन्हें यह प्रेरणा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की शिक्षाओं से मिलती है, जो हमेशा ‘इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म’ का संदेश देते हैं। साध-संगत इसी उद्देश्य को लेकर लगातार समाज सेवा में लगी हुई है।
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