भारतीय रुपये, अमेरिकी डॉलर व अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई कमजोरी
MCX Gold-Silver Price Today: नई दिल्ली। अमेरिकी डॉलर, भारतीय रुपये और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई कमजोरी के बीच घरेलू और वैश्विक सर्राफा बाजारों में कीमती धातुओं की जबरदस्त मांग देखने को मिली। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोमवार को सोने और चांदी दोनों की कीमतों में तेज उछाल दर्ज किया गया। Gold, Silver Price Today
MCX पर सोने के भाव में दिन के कारोबार के दौरान प्रति 10 ग्राम 1,874 रुपये की बढ़त हुई और यह 1,35,496 रुपये के नए उच्च स्तर तक पहुंच गया। इसी तरह चांदी की कीमतों में भी मजबूती रही और प्रति किलोग्राम 6,195 रुपये की तेजी के साथ भाव 1,99,046 रुपये के शिखर पर पहुंच गए।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कीमती धातुओं में मजबूती देखी गई। कॉमेक्स पर सोना प्रति औंस 56 डॉलर से अधिक चढ़कर 4,384 डॉलर के इंट्राडे उच्च स्तर तक पहुंच गया। वहीं चांदी के भाव में लगभग 2 डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह शुरुआती कारोबार में 64.018 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई।
घरेलू व वैश्विक संकेतों से मिला समर्थन | Gold, Silver Price Today
बुलियन बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतों में यह तेजी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों कारकों का नतीजा है। घरेलू स्तर पर भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर 90.70 के नए निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह गिरावट ऐसे समय आई है, जब डॉलर इंडेक्स 98 के स्तर से नीचे फिसल चुका है। इन परिस्थितियों में निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर बढ़ा, जिससे सोने और चांदी की मांग को बल मिला।
इसके अलावा अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड में आई गिरावट ने भी कीमती धातुओं को मजबूती प्रदान की है। हाल के सत्रों में बॉन्ड यील्ड लगभग 4 प्रतिशत से घटकर 3.5 प्रतिशत के आसपास आ गई है, जिससे बॉन्ड और विदेशी मुद्रा बाजार से पूंजी का रुख सर्राफा बाजार की ओर हुआ।
USD–INR की चाल का असर | Gold, Silver Price Today
विशेषज्ञों के अनुसार, डॉलर और रुपये दोनों में एक साथ आई कमजोरी ने सोने और चांदी की कीमतों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। कमजोर रुपया आयात लागत को बढ़ाता है, जिससे घरेलू बाजार में कीमती धातुओं के दाम और ऊपर चले जाते हैं।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली के कारण रुपये पर दबाव बना हुआ है। ऊंची सोना-चांदी कीमतों से आयात बिल बढ़ने की आशंका भी रुपये की कमजोरी को और गहरा कर रही है। आने वाले समय में रुपये के 90.00 से 91.25 के दायरे में कारोबार करने की संभावना जताई जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि भारतीय मुद्रा की दिशा काफी हद तक पोर्टफोलियो निवेश प्रवाह पर निर्भर करेगी। भारत–अमेरिका व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिए जाने से शुल्क संबंधी अनिश्चितता कम हो सकती है, जिससे इक्विटी बाजार को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने–चांदी | Gold-Silver Price Today
कम अवधि के नजरिये से विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को 4,280 डॉलर प्रति औंस के आसपास समर्थन मिल रहा है, जबकि 4,400 डॉलर के पास इसे बाधा का सामना करना पड़ सकता है। घरेलू बाजार में सोना 1,33,000 से 1,36,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में उतार–चढ़ाव के साथ कारोबार कर सकता है।
चांदी की बात करें तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 60 डॉलर प्रति औंस पर तत्काल समर्थन और 64 डॉलर के आसपास रुकावट देखी जा रही है। इस स्तर के पार जाने पर भाव 67 डॉलर प्रति औंस की ओर बढ़ सकते हैं। वहीं MCX पर चांदी को 1,90,000 रुपये प्रति किलोग्राम के पास मजबूत सहारा मिल रहा है, जबकि 2,00,000 रुपये के स्तर पर बाधा बनी हुई है। इस स्तर के ऊपर टिकाव मिलने पर कीमतें 2,03,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा सकती हैं।
अस्वीकरण:
समाचार में दी गई जानकारी व विचार सामान्य जानकारी के लिए प्रस्तुत किये गए गए हैं। ये विचार संबंधित बाजार विशेषज्ञों के हैं। सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है। निवेश से पहले प्रमाणित सलाहकार से परामर्श अवश्य कर लें।















