मंडी के आढ़ती सरकार के डिजिटल कांटे के प्रयोग के आदेश से संतुष्ट
प्रताप नगर (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Pratap Nagar News: मंडियों में अनाज के तोल में होने वाली गड़बड़ियों को लेकर हरियाणा सरकार ने तोल के लिए डिजिटल कांटों के उपयोग को लेकर निर्देश दिए हैं। हालांकि इसके लिए अभी कोई भी आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है। लेकिन फिर भी हरियाणा सरकार के आदेश के बाद भी मंडियों में अभी तक डिजिटल कांटे से तुलाई नहीं की जा रही है। इसके लिए जिले में कई जगह पर किसान यूनियनों द्वारा प्रशासन का विरोध भी किया जा रहा है ताकि मंडियों में डिजिटल कांटे की व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जा सके।
आपको बता दे अनाज मंडियों में हर सीजन पर तोल में गड़बड़ी को लेकर शिकायत आती रही है जिसके लिए सरकार ने मंडियों में डिजिटल कांटे की व्यवस्था को लागू करने पर विचार किया और मंडियों में डिजिटल कांटा लागू करने की व्यवस्था पर भी जोर दिया जा रहा है। लेकिन उसके बावजूद भी मंडियों में अभी तक डिजिटल कांटे की व्यवस्था लागू नहीं की गई। हालांकि आढ़ती संगठन के प्रधान द्वारा डिजिटल कांटा की व्यवस्था लागू करने के बारे में जोर दिया है।प्रताप नगर आढ़ती संगठन के प्रधान बंसीलाल सैनी ने कहा कि सरकार के दिशा निर्देश अनुसार मंडियों में डिजिटल कांटे का ही प्रयोग किया जाएगा। इससे पहले फरसी कांटे का प्रयोग होता आया है। Pratap Nagar News
वही एक आढ़ती ने बताया कि डिजिटल कांटा गुणवत्ता और सही आकलन तो दिखा सकता है लेकिन भारतोलन के पैमाने पर शायद खरा ना उतरे। क्योंकि मंडियों में काम करने वाले मजदूर डिजिटल कांटे के अनुरूप शायद कार्य न कर पाए और इसे जल्द ही समस्या उत्पन्न हो सकती है। इससे पहले प्रयोग होने वाले फरसी कांटों में इस तरह की दिक्कत कभी नहीं आई। वही मार्केट कमेटी सचिव ऋषि राज ने बताया कि उनकी मंडी में यूनियन के साथ मीटिंग हुई है और मीटिंग में डिजिटल कांटे के प्रयोग पर जोर दिया गया है। जल्द ही मंडियों में डिजिटल कांटे का प्रयोग किया जाने लगेगा।
वही प्रताप नगर और छछरौली अनाज मंडी में 2 दिन से किसी भी सरकारी खरीद एजेंसी द्वारा परचेज नहीं की गई। हालांकि मंडी में पहुंचने वाले अनाज का गेट पास जरूर काटा गया। इस बारे जिला उपयुक्त पार्थ गुप्ता ने भी छछरौली अनाज मंडी का दौरा किया और धान में आने वाली नमी की मशीन और सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। लेकिन उसके बाद भी छछरौली अनाज मंडी में सरकारी खरीद एजेंसी द्वारा परचेज नहीं की गई। छछरौली अनाज मंडी में हैफेड और डीएफएससी दो सरकारी खरीद एजेंसी है। Pratap Nagar News
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फोटो – छछरौली अनाज मंडी में निरीक्षण करते जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता।