चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। Maternal Mortality Rate: हरियाणा की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री कुमारी आरती सिंह राव के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग पूरे राज्य में मातृ स्वास्थ्य परिणामों को बेहतर बनाने के लिए अपने अथक प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व, प्रसव के दौरान और प्रसवोत्तर देखभाल सेवाएँ प्रदान करने की दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ यह सुनिश्चित करता है कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधा में आने वाली प्रत्येक गर्भवती महिला को व्यापक और सम्मानजनक देखभाल मिले। Haryana
हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा, “भारत में मातृ मृत्यु दर पर नवीनतम नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) विशेष बुलेटिन (2019-21) के अनुसार, हरियाणा में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) 110 (2018-20) से घटकर 106 हो गई है – जो 4 अंकों का सुधार है। हरियाणा सरकार एमएमआर को 70 से नीचे लाने के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) को प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराती है। उन्होंने कहा कि राज्य में संस्थागत प्रसव 2024-25 में (स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली के आंकड़ों के अनुसार) बढ़कर 98.3% हो गया है। मातृ स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए, सरकारी प्रसव केंद्रों पर सभी प्रसव कक्षों को आधुनिक किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), हरियाणा के मिशन निदेशक डॉ. रिपुदमन सिंह ढिल्लों ने बताया कि एनएचएम हरियाणा ने कई प्रभावशाली नीतियों और कार्यक्रमों को शुरू किया है और प्रभावी ढंग से लागू किया है। इसके तहत उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं की व्यवस्थित पहचान और प्रबंधन के लिए मार्गदर्शन नोट, एक समर्पित मासिक अभियान जननी सुरक्षित माह, राज्य भर में प्रसवपूर्व देखभाल सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का विस्तार और राज्य तथा जिला स्तर पर नियमित निगरानी शामिल है। Haryana
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