Haryana Pension Scheme: घरौंडा। हरियाणा पत्रकार संघ ने वृद्ध पत्रकार पेंशन योजना को लेकर बड़ा मुद्दा उठाया है। संघ के अध्यक्ष के.बी. पंडित ने घरौंडा में आयोजित पत्रकारों की बैठक में राज्य सरकार से मांग की कि पेंशन के नियमों में संशोधन कर 20 हजार रुपये मासिक पेंशन सभी वृद्ध पत्रकारों को दी जाए। पंडित ने कहा कि वर्तमान नियमों के अनुसार पेंशन के लिए पत्रकार की आयु 60 वर्ष होनी चाहिए और उसके पत्रकारिता जीवन में कम से कम 5 वर्ष का एक्रीडिटेशन होना जरूरी है। पहले पत्रकारों के लिए एक्रीडिटेशन अनिवार्य नहीं था, लेकिन इस कठोर नियम के चलते अभी तक केवल 232 पत्रकार ही पेंशन का लाभ ले पाए हैं। जबकि राज्य में वृद्ध पत्रकारों की संख्या कई गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि यदि 5 साल की एक्रीडिटेशन की शर्त हटा दी जाए तो लगभग 600-700 पत्रकारों को लाभ मिल सकता है।
संघ अध्यक्ष ने कैशलैस चिकित्सा योजना को भी सरल बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य के केवल 1200 पत्रकारों को एक्रीडिटेशन मिला है, जबकि यदि प्रक्रिया आसान कर दी जाए तो 3000 से अधिक श्रमजीवी पत्रकारों को इसका लाभ मिल सकता है। इसमें डिजिटल मीडिया और लघु समाचार पत्रों से जुड़े पत्रकार भी शामिल होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारों को मान्यता देने वाली मीडिया एक्रीडिटेशन कमेटी का गठन पिछले 10 साल से नहीं हुआ है। सरकार केवल एडहॉक कमेटी के सहारे काम चला रही है और इसमें वही पत्रकार शामिल हैं जो अफसरशाही के प्रिय हैं।
डिजिटल और लघु मीडिया के लिए नई नीति की मांग
बैठक में डिजिटल मीडिया और लघु समाचार पत्रों से जुड़े पत्रकारों को भी मान्यता देने और उनके लिए अलग विज्ञापन नीति बनाने की मांग उठाई गई। पंडित ने कहा कि आज सोशल मीडिया की पहुंच तेजी से बढ़ रही है और सरकार अब उनकी अनदेखी नहीं कर सकती। इस मौके पर करनाल जिलाध्यक्ष राजकुमार प्रिंस, वरिष्ठ पत्रकार कमल मिड्डा, हरिकृष्ण आर्य, तेज बहादुर टिक्कू, दिलबाग लाठर, विवेक राणा, नरेन्द्र लाठर, तेजबीर धनखड़, योगेश वर्मा, पियूष गुंबर हर्षित आर्य, शिवांक रावल समेत कई पत्रकार मौजूद रहे।