जाखल (तरसेम सिंह) । हरियाणा में एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर दो घंटे की हड़ताल शुरू की। कर्मचारी जाखल सीएचसी में एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हड़ताल के चलते अस्पताल में आपातकाल के अलावा एम्बुलेंस सेवा बन्द रही। इसके अलावा लेबर रूम, मनोचिकित्सक विभाग, टीकाकरण काम प्रभावित हुए। हड़ताल 12 बजे तक जारी रही।
एनएचएम कर्मचारी संघ व स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के संयुक्त आह्वान पर एनएचएम कर्मचारियों ने पहले 24 जुलाई को 3 दिन की सांकेतिक हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी। इसके बाद अब 25 जुलाई को मिशन निदेशक, एनएचएम द्वारा यूनियन प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया गया है। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने 24 की हड़ताल का निर्णय स्थगित करते हुए दो घंटे पेन डाउन कर वर्क सस्पेंड करने का निर्णय लिया।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अमित शर्मा व अन्य राजेश, संदीप, महेश हरजीत, रविंदर, शारदा, किरण, परवीन, करमजीत, जसविंदर आदि ने बताया कि सरकार के द्वारा घोषणाएं तो की जा रही है परंतु स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मांगों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। और सरकार के वायदे केवल घोषणाओं तक सीमित है। इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समय भी अपनी मांगों को रखा था और अब मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सैनी से भी कर्मचारियों के अनेक मुद्दों के बारे लगातार अवगत करवाया जा रहा है।
संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि अगर स्वास्थ्य कर्मचारी हित में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है तो एनएचएम कर्मचारी 26 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। अमित शर्मा ने कहा कि वे पिछले 26 वर्षों से एनएचएम कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है, मुख्यमंत्री की सैद्धांतिक मंजूरी के बावजूद भी सातवें वेतन कमीशन का लाभ नहीं दिया जा रहा। जानबूझकर अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों का 2 महीना से सैलरी का बजट जानबूझकर रखा गया है। कर्मचारी वर्ग जब अपनी मांगों को लेकर सरकार के पास जाता है तो वेतन को एकमुश्त करने का तुगलगी फरमान जारी कर दिया जाता है जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है और कर्मचारियों का धैर्य जवाब दे रहा है। मिशन निदेशक ने अगर उनकी मांगों को नहीं माना तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।















