जाखल (तरसेम सिंह) । आज के इस घोर कलयुग में इंसान चंद पैसो की लालच में अपनों के साथ भी ठगी फरेब करता पल नहीं लगाता। लेकिन वही डेरा सच्चा सौदा के पूज्य संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए पराया हक खाना जहर के समान समझते है। ऐसी ही एक ईमानदारी की उदाहरण गांव चांदपुरा में देखने को मिला।
जानकारी के अनुसार प्रेमी जोगिंद्र सिंह इन्सां जाखल रोड़ पर पेटी अलमारी बनाने का काम करता है। उसके पास गांव सिधानी के बीरबल सिंह पुत्र बंत सिंह ने अपने घर से एक पुरानी लोहे की पेटी बेच दी। जैसे ही उस पेटी को खोलकर जोगेंद्र सिंह ने उसके दराज को खोला। तो उसमें जमीन के जरुरी कागजात, जमीन की रजिस्ट्री, और हस्ताक्षर युक्त दस ब्लैंक चेक रखे हुए मिले। प्रेमी जोगिंदर सिंह ने पूज्य गुरुजी की पावन प्रेरणा से ईमानदारी दिखाते हुए बीरबल सिंह को फोन किया। और अपनी दुकान पर बुलाकर उसको सही सलामत उसके कागजात लौटा दिए। बीरबल सिंह ने प्रेमी का लाख-लाख शुक्र अदा करते हुए उसकी इमानदारी की खूब प्रशंसा की। इस मौके पर गुरदीप पूनिया, छज्जू सिंह भी मौजूद रहे।