Shanghai Archery World Cup 2025: शंघाई। भारत ने शंघाई में आयोजित आर्चरी विश्व कप स्टेज-2 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल तीन पदक अपने नाम किए। पुरुषों की कंपाउंड टीम ने स्वर्ण, महिलाओं की टीम ने रजत और मिश्रित टीम ने कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। Shanghai Archery World Cup
पुरुष कंपाउंड टीम का स्वर्णिम प्रदर्शन
पुरुषों की कंपाउंड टीम, जिसमें अभिषेक वर्मा, ओजस देओताले और ऋषभ यादव शामिल थे, ने फाइनल मुकाबले में मैक्सिको को 232-228 अंकों से पराजित कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। इससे पहले, सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने डेनमार्क को रोमांचक मुकाबले में 232-231 से मात दी थी। क्वालीफिकेशन राउंड में भारत ने सर्वाधिक 2134 अंक अर्जित किए, जिससे उसे पहले राउंड में सीधे प्रवेश मिला। क्वार्टरफाइनल में टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 239-232 अंकों से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
महिला कंपाउंड टीम का रजत पदक | Shanghai Archery World Cup
ज्योति सुरेखा वेन्नम, मधुरा धमांगांवकर और चिकिता तनीपार्थी की भारतीय महिला टीम ने पूरे टूर्नामेंट में उम्दा खेल दिखाया। हालांकि फाइनल में उन्हें मैक्सिको की मजबूत टीम से 221-234 अंकों से हार का सामना करना पड़ा, परंतु रजत पदक हासिल कर टीम ने शानदार उपलब्धि प्राप्त की। महिला टीम ने क्वालिफिकेशन में सर्वाधिक 2114 अंक बनाए, जिससे उन्हें पहले दौर में बाय मिला। इसके बाद उन्होंने कजाखस्तान को 232-229 और फिर ग्रेट ब्रिटेन को 232-230 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। ग्रेट ब्रिटेन की टीम में विश्व की नंबर एक तीरंदाज एला गिब्सन भी थीं। तीसरा पदक भारत को मिश्रित कंपाउंड टीम ने दिलाया। अभिषेक वर्मा और मधुरा धमांगांवकर की जोड़ी ने कांस्य पदक मुकाबले में मलेशिया को हराकर भारत की पदक तालिका में एक और नाम जोड़ा।
ओलंपिक की ओर आशा की किरण | Shanghai Archery World Cup
इन परिणामों से यह स्पष्ट है कि कंपाउंड तीरंदाजी में भारत निरंतर प्रगति कर रहा है। वर्ष 2028 में लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पहली बार कंपाउंड तीरंदाजी को शामिल किया जाएगा और उसमें केवल मिश्रित टीम स्पर्धा होगी। भारतीय खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन भविष्य में ओलंपिक पदक की प्रबल संभावना को दर्शाता है।
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