Mutual funds: भारतीय निवेशकों को भाया हाइब्रिड म्यूचुअल फंड! योजनाओं में किया ज्यादा निवेश!

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Record Investment in Mutual Funds: नई दिल्ली। भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए जून 2025 का महीना कई दृष्टियों से ऐतिहासिक रहा। इक्विटी, हाइब्रिड तथा एसआईपी (सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान) क्षेत्रों में रिकॉर्ड निवेश और निवेशकों की सक्रिय भागीदारी ने इस माह को उल्लेखनीय बना दिया। आईसीआरए एनालिटिक्स द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, म्यूचुअल फंड क्षेत्र की कुल परिसंपत्ति (एयूएम) बढ़कर 74.41 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गई, जो तिमाही आधार पर 13.2% तथा वार्षिक आधार पर 22% की बढ़ोत्तरी को दर्शाती है। यह वृद्धि मुख्य रूप से शेयर बाजार की मजबूती और खुदरा निवेशकों की स्थायी रुचि के चलते हुई। Mutual funds News

हाइब्रिड योजनाओं में निवेशकों की विशेष रुचि देखने को मिली, जहाँ आर्बिट्राज, मल्टी-एसेट एलोकेशन और बैलेंस्ड एडवांटेज योजनाओं में कुल मिलाकर 23,223 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड शुद्ध निवेश हुआ। इनमें क्रमशः 15,585 करोड़, 3,210 करोड़ और 1,886 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

इसी दौरान इक्विटी आधारित योजनाओं में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जहाँ 23,587 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जो कि पिछले माह की तुलना में 24% अधिक रहा। विशेष रूप से फ्लेक्सी-कैप, स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंडों में क्रमशः 5,733 करोड़, 4,024 करोड़ और 3,754 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। हालाँकि, ईएलएसएस (इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम) योजनाओं से 556 करोड़ रुपये की निकासी देखी गई, जो कर-बचत से जुड़ी मांग में गिरावट का संकेत देती है।

प्रमुख सूचकांकों की सकारात्मक चाल ने निवेशकों का विश्वास और बढ़ाया

एसआईपी निवेश, खुदरा निवेशकों की रीढ़ बना रहा। जून में एसआईपी से प्राप्त राशि 27,269 करोड़ रुपये रही, जो कि पिछले वर्ष के इसी माह की तुलना में 28% अधिक है। 30 जून 2025 तक देशभर में 9.19 करोड़ सक्रिय एसआईपी खाते थे। युवाओं और पहली बार निवेश करने वालों के बीच एसआईपी दीर्घकालीन संपत्ति निर्माण का एक प्रमुख माध्यम बन चुका है। इस माह, निफ्टी 50 और सेंसेक्स जैसे प्रमुख सूचकांकों की सकारात्मक चाल ने निवेशकों का विश्वास और बढ़ाया।

ऋण आधारित योजनाओं में भी महत्वपूर्ण निवेश हुआ — शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में 10,277 करोड़, मनी मार्केट फंड में 9,484 करोड़, और कॉर्पोरेट बॉन्ड फंड में 7,124 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज हुआ। वहीं, तिमाही समाप्ति के कारण लिक्विड फंडों से 25,196 करोड़ रुपये की निकासी देखी गई। Mutual funds News

अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई सभी आंकड़े एवं तथ्य (जैसे AMFI और ICRA Analytics) स्रोतों पर आधारित हैं, किंतु निवेश से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने से पूर्व अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें। इस लेख में दी गई जानकारी से उत्पन्न किसी भी लाभ या हानि के लिए सच कहूँ या वेबसाइट उत्तरदायी नहीं होगी।

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